दलहा पर्वत छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में अकलतरा के पास है.
अगर आपको एडवेंचर पसंद है और कुछ अलग एक्सप्लोर करना चाहते हैं तो यह यात्रा आपके लिए बेहद खास होगी.
अगर आपके पास उत्तराखंड में ट्रैकिंग का बजट नहीं है तो पहाड़ों और जंगलों से घिरे इस दल्हा पहाड़ पर आप छत्तीसगढ़ में ही ट्रैकिंग का आनंद ले सकते हैं.
दलहा पहाड़ की चोटी तक पहुंचने के लिए आपको जंगल और पत्थरों से भरा लंबा रास्ता तय करने के बाद चार किलोमीटर की सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं.
इस पहाड़ की चोटी पर पहुंचने के बाद चारों ओर का नजारा अद्भुत होता है.
रास्ते में आपको कुछ प्रसिद्ध कुंड और मंदिर भी मिलेंगे, जहां आप बैठकर अपने मन को शांत कर सकते हैं.
इस पर्वत पर स्थित दो तालाब, पवन कुंड और सूर्य कुंड, बहुत पवित्र माने जाते हैं. कहा जाता है कि यहां का पानी पीने से सारी बीमारियां दूर हो जाती हैं.
दलहा पहाड़ की ऊंचाई 700 मीटर है. ऐसा माना जाता है कि सतनामी समुदाय के संस्थापक गुरु घासीदास ने यहां तपस्या की थी.
यहां एक रहस्यमयी गुफा है. यह गुफा कहां खुलती है, इसका पता आज तक कोई नहीं लगा पाया है.