इस्लामाबादः एक वरिष्ठ पाकिस्तानी पत्रकार (Pakistani journalist ) की केन्या में गोली मारकर हत्या कर दी गई है. पत्रकार की पत्नी ने सोमवार को यह जानकारी दी है. अरशद शरीफ (Arshad Sharif) ने कई वर्षों तक पाकिस्तान में एआरवाई न्यूज (ARY News) के लिए प्राइम टाइम टेलीविजन न्यूज शो होस्ट के रूप में काम किया था और हाल ही में अपनी जान को खतरा होने का हवाला देते हुए देश छोड़कर चले गए थे. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह केन्या कब पहुंचे थे. पाकिस्तान में इस साल की शुरुआत में देश की सुरक्षा एजेंसियों ने इस पत्रकार पर देशद्रोह और राष्ट्र विरोधी विमर्श छेड़ने का इल्जाम लगाया था. ‘एआरवाई टीवी’ के पूर्व रिपोर्टर, टीवी एंकर और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के नजदीकी माने जाते थे.
रोड बलॉक जोन में जबरन घुस गई थी पत्रकार की कार
मीडिया के हवाले से बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी पत्रकार अरशद शरीफ की गोली मारकर हत्या की गई है. सोमवार को केन्याई पुलिस ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि शरीफ की कार एक रोड बलॉक जोन में जबरन घुस गई थी. तभी पुलिस ने संदिग्द्ध मानकर उनकी कार पर फायरिंग कर दी. घटना इतवार की शाम 10 बजे राजधानी नैरोबी के बाहरी इलाके में हुई है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने गलती से उनकी कार पर फायरिंग कर दी थी. आईपीओए की अध्यक्ष एन मकोरी ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को बताया कि नौ गोलियां कार में लगीं और एक गोली शरीफ के सिर में लगी. हादसे के वक्त पत्रकार का रिश्तेदार कार चला रहा था. एक केन्याई पुलिस प्रहरी ने कहा है कि वह इस घटना की जांच कर रहे हैं.
पत्रकार की बीवी ने की लोगों से ये खास अपील
अरशद शरीफ की बीवी जावेरिया सिद्दीकी ने सोमवार को ट्विटर पर उनके निधन की खबर की तस्दीक की है. जावेरिया सिद्दीकी ट्विटर पर लिखा, ’’ मैंने आज अपने दोस्त, पति और अपने पसंदीदा पत्रकार को खो दिया है. पुलिस के मुताबिक उन्हें केन्या में गोली मार दी गई.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी निजता का सम्मान करें और ‘ब्रेकिंग’ (न्यूज) के नाम पर कृपया हमारे परिवार की तस्वीरें, व्यक्तिगत जानकारी और अस्पताल में उनकी अंतिम तस्वीरें साझा न करें. हमें अपनी दुआओं में याद रखें.’’ ‘डॉन’ अखबार के मुताबिक, विदेश कार्यालय के तर्जुमान असीम इफ्तिखार ने कहा, ’’केन्या में पाकिस्तान का उच्चायोग स्थानीय अधिकारियों की मदद से जानकारी जुटा रहा है.
पाकिस्तान में पत्रकार पर दर्ज किया गया था देशद्रोह का मामला
गौरतलब है कि अगस्त में अरशद शरीफ पर प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी शहबाज गिल का साक्षात्कार करने को लेकर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था. साक्षात्कार में गिल ने देश की शक्तिशाली सेना के खिलाफ खान को खड़ा करने की कोशिश करने के लिए शहबाज शरीफ सरकार की आलोचना की थी. इसके बाद ही अरशद शरीफ देश छोड़कर चले गए, जबकि ‘एआरवाई नेटवर्क’ ने कहा कि उसने पत्रकार से अपने रास्ते जुदा कर लिए हैं.
अरशद शरीफ का जन्म 1973 में कराची में हुआ था और उन्होंने तीन दशक पहले अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की थी. उन्हें 2019 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी द्वारा ‘प्राइड ऑफ परफॉर्मेंस’ से सम्मानित किया गया था.
इमरान खान ने की मौत की जांच की मांग
शरीफ की मौत पर पाकिस्तान में अधिकारियों, पत्रकारों और अन्य लोगों ने सोशल मीडिया पर रंज-ओ-गम का इजहार किया है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ट्विटर पर कहा, “पत्रकार अरशद शरीफ की दुखद मौत की चौंकाने वाली खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है.“ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी मौत की निंदा की और कहा कि शरीफ की हत्या उनके पत्रकारिता के काम के लिए की गई है. उन्होंने घटना की न्यायिक जांच की मांग की है.
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