अबुधाबीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति और अबूधाबी के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से भेंट किया . इस मौके पर प्रधानमंत्री ने यूएई के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर संवेदना जताई की. शेख खलीफा का लंबी बीमारी के बाद 73 साल की उम्र में 13 मई को निधन हो गया था. मोदी ने अरबी और अंग्रेजी भाषाओं में ट्वीट किया, “मैं अपने भाई शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के इस्कबाल से मुतासिर हूं, जो मेरी मेजबानी के लिए अबुधाबी हवाई अड्डे पर आए. उनका आभारी हूं.“
UAE President Sheikh Mohammed bin Zayed Al Nahyan warmly receives PM Narendra Modi in Abu Dhabi, UAE pic.twitter.com/iXqGpk4M0d
— ANI (@ANI) June 28, 2022
इस देश की आबादी का करीब 35 फीसदी हिस्सा भारतीय
मोदी जर्मनी में जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद यहां संक्षिप्त यात्रा पर पहुंचे. प्रधानमंत्री ने जर्मनी में शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व के कई नेताओं से मुलाकात की और वैश्विक कल्याण और समृद्धि को आगे बढ़ाने के मकसद से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, यूएई 2019-20 में चीन और अमेरिका के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा कारोबारी भागीदार था. वर्ष 2020-21 के लिए लगभग 16 अरब अमेरिकी डॉलर की रकम के साथ संयुक्त अरब अमीरात (अमेरिका और चीन के बाद) भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात स्थल था. भारत के करीब 34 लाख प्रवासी संयुक्त अरब अमीरात में रहते हैं और वे यहां का सबसे बड़ा जातीय समुदाय हैं और उनकी तादाद देश की आबादी का करीब 35 फीसदी है.
खलीफा की मौत पर भारत ने की थी राजकीय शोक की घोषणा
गुजिश्ता माह संयुक्त अरब अमीरात के नेता के नए राष्ट्रपति के रूप में चुनाव के बाद यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात है. शेख मोहम्मद के साथ अपनी मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने शेख खलीफा की मौत पर अपनी संवेदना प्रकट की. भारत ने शेख खलीफा की मौत के बाद एक दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की थी. शेख खलीफा संयुक्त अरब अमीरात के संस्थापक राष्ट्रपति शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के सबसे बड़े पुत्र थे. वह तीन नवंबर 2004 से अपनी मौत तक संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति और अबूधाबी के शासक रहे.
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