Home >>Zee Salaam ख़बरें

Vande Bharat Express: सिकंदराबाद टू विजयवाड़ा, नए साल पर मिलेगी वंदे भारत की सौगात

Vande Bharat Express: रेल मंत्रालय ने तेलंगाना के सिकंदराबाद से आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा रूट पर वंदे भारत ट्रेन को मंजूरी दे दी है. नए साल से इस रुट पर ये सुविधा शुरु होने की संभावना है. यह दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) में स्वदेश निर्मित पहली सेमी हाई-स्पीड रेल और दक्षिण भारत में इस तरह की दूसरी ट्रेन होगी. इससे पहले दक्षिण भारत में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पिछले महीने चेन्नई और मैसूर के बीच शुरु की गयी थी.    

Advertisement
Vande Bharat Express: सिकंदराबाद टू विजयवाड़ा, नए साल पर मिलेगी वंदे भारत की सौगात
Stop
Shahbaz Ahmed |Updated: Dec 04, 2022, 08:19 PM IST

हैदराबाद: तेलंगाना और आंध्रप्रदेश की जनता को जल्द ही ख़ुशख़बरी मिलने जा रही है. क्योंकि नए साल से दोनों रियासतों को जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है. स्वदेश निर्मित पहली सेमी हाई-स्पीड ट्रेन तेलंगाना के सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन से पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा तक जायेगी. और इसके लिए बाज़ाब्ता तौर पर रेल मंत्रालय ने सिकंदराबाद-विजयवाड़ा रूट पर वंदे भारत ट्रेन को मंजूरी दे दी है. 

सिकंदराबाद-विजयवाड़ा वंदे भारत देश की छठी हाई-स्पीड ट्रेन
दरअसल दक्षिण भारत में इस तरह की ये दूसरी ट्रेन होगी. इससे पहले दक्षिण भारत में वंदे भारत ट्रेन  को पिछले महीने चेन्नई और मैसूरु के बीच लॉन्च किया गया था. और अब रेल मंत्रालय ने सिकंदराबाद-विजयवाड़ा रूट पर वंदे भारत ट्रेन को मंजूरी दे दी है. अधिकारियों ने कहा कि ये देश की छठी हाई-स्पीड ट्रेन होगी. जिसके लिए  केंद्रीय पर्यटन, संस्कृति और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी. किशन रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने की इच्छा जताई है. हालांकि ट्रैक अपग्रेडेशन पूरा करने के बाद ही इसकी तारीख तय की जायेगी. वंदे भारत ट्रेन को फरवरी में विशाखापत्तनम तक बढ़ाने की योजना है. जिसके लिए जल्द ही स्टडी की जाएगी. साथ ही जी. किशन रेड्डी ने रेल मंत्रालय से सिकंदराबाद और तिरुपति के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस शुरू करने की भी गुज़ारिश की है.

15 फरवरी 2019 को हुई थी पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत 
बताते चले कि पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी रूट पर हरी झंडी दिखाई गई थी. जो 160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से चल सकती है. वंदे भारत एक्सप्रेस में शताब्दी ट्रेन जैसे कोच हैं. जिसमें कुल 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है. मेक इन इंडिया के तहत वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का डिजाइन और निर्माण, चेन्नई के पेरंबूर में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) कर रही है. रेलवे की योजना है कि 15 अगस्त 2023 तक 75 वंदे भारत ट्रेनें चलाई जाये.

Zee Salaam Live TV

{}{}