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Mumbai hoarding collapse Update: कौन है भावेश भिंडे, जिसके होर्डिंग लगाने से हुईं 14 लोगों की मौतें? रेप का है आरोपी

Mumbai hoarding collapse Update: हाल ही में मुंबई में एक होर्डिंग के गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई, और 75 लोग घायल हो गए. यह होर्डिंग लगाने वाली कंपनी भावेश भिंडे की थी. पूरी खबर पढ़ें

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Mumbai hoarding collapse Update: कौन है भावेश भिंडे, जिसके होर्डिंग लगाने से हुईं 14 लोगों की मौतें? रेप का है आरोपी
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Sami Siddiqui |Updated: May 15, 2024, 08:32 AM IST

Mumbai hoarding collapse Update: मुंबई मे हाल ही में एक होर्डिंग गिरने की वजह से 14 लोगों की मौत हुई थी. इस मामले में पुलिस ने भावेश भिंडे के खिलाफ मामला दर्ज किया है. भावे ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का मालिक है, यह वही कंपनी है जिलने मुंबई के घाटकोपर में इतना बड़ा होर्डिंग लगाया था.

भावेश भिंडे के खिलाफ एफआईआर दर्ज

सोमवार शाम को विशाल होर्डिंग गिर गया, जिससे कम से कम 14 लोगों की जान चली गई. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि भावेश भिंडे और अन्य के खिलाफ आईपीसी के तहत गैर इरादतन हत्या के आरोप में पंत नगर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है.

जब शहर धूल भरी आंधी और बेमौसम बारिश की चपेट में था, उस वक्त यह अवैध होर्डिंग, जो सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के कब्जे में जमीन के एक टुकड़े पर खड़ा था, छेदा नगर इलाके में एक पेट्रोल पंप से टकरा गया. इस दौरान 14 लोगों की मौत हुई. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि 120 x 120 फुट के होर्डिंग के 90 प्रतिशत हिस्से में फंसे पीड़ितों को बचा लिया गया है.

89 लोगों को निकाला गया

इस होर्डिंग में तकरीबन 89 लोग फंसे हुए थे, जिसमें से सबको निकाल दिया गया था. बाद में 14 को मृत घोषित कर दिया दया. वहीं 75 लोग घायल हैं और उनका अस्पताल में इलाज जारी है. सरकार ने इस हादसे में मरने वालों के मुआवज़े का ऐलान भी किया है.

रेप का आरोपी है भावेश

एचटी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इसी साल जनवरी में भावेश भिंडे पर रेप का आरोप लगा था, जिसके खिलाफ मुलुंड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था. साथ ही आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है. एनडीटीवी ने अज्ञात स्रोतों का हवाला देते हुए बताया कि भावेश भिंडे ने सालों से बिलबोर्ड और बैनर लगाने के लिए भारतीय रेलवे और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) से कई कॉन्ट्रैक्ट हासिल किए थे.

हालाँकि, उन्होंने कथित तौर पर कई बार दोनों संस्थाओं के नियमों का उल्लंघन किया है. इसके अलावा, भावेश भिंडे और उनकी कंपनी के अन्य सहयोगी पेड़ों को जहर देने और पेड़ काटने से जुड़े मामलों में फंसे हुए हैं. भिंडे जरिए दायर हलफनामे के मुताबिक, जब उन्होंने चुनाव लड़ा था, तो उन्होंने अपने खिलाफ 23 आपराधिक मामले घोषित किए थे.

इंडिया टुडे ने कहा कि पहले, भिंडे गुजू एड्स नाम की एक कंपनी संचालित करते थे, जिसे बाद में उनके और उनकी कंपनी से जुड़े कई कानूनी मुद्दों के कारण बीएमसी ने इस कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया था.

सूत्रों के मुताबिक, ब्लैकलिस्टिंग के बावजूद, भिंडे ने ईगो मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की और बिलबोर्ड और होर्डिंग्स के लिए अनुबंध हासिल करना जारी रखा. सोमवार को ढहे बिलबोर्ड को पहले "सबसे बड़े होर्डिंग" के रूप में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में मान्यता मिली थी.

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