Moradabad Cow Slaughter: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में गोकशी की दो घटना सामने आई है. इस घटनाओं को लेकर पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. मुरादाबाद पुलिस के मुताबिक, इस घटना में VHP का लीडर भी शामिल था. पुलिस ने मुल्जिम नेता समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो मुल्जिम अभी फरार हैं. पुलिस का कहना है कि फरार मुल्जिमों की तलाश में एक टीम लगी हुई है.
दरअसल, यह मामला 16 जनवरी 2024 का है. जब थाना छजलैट क्षेत्र के कांवड़ पथ पर गोवंस के कुछ अवशेष मिले थे. इसे लेकर इलाके में काफी बवाल हुआ था. इसके फौरन कुछ दिन बाद इसी तरह की एक घटना मुरादाबाद जिले के छजलैट इलाके में घटित हुई. वहीं, 28 जनवरी को चेतरामपुर गांव में गोवंस पड़ा मिला. इसको लेकर VHP के नेता और कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया था.
VHP ने थाने में किया प्रोटेस्ट
ख्याल रहे कि दोनों ही घटनाओं की सूचना VHP के नेताओं के जरिए मकामी पुलिस को दी गई थी. VHP के नेताओं ने मामले का खुलासा न होने और मुल्जिमों से मिलीभगत का इल्जाम लगाते हुए थाने पर जमकर बवाल काटा था. इसका नेतृत्व VHP के लीडर मोनू विश्रोई ने की थी. मकामी पुलिस शिद्दत से इस मुकदमा को सुलझाने में लगी हुई थी. इस दरम्यान पुलिस को पता चला कि जो, लोग प्रोटेस्ट कर रहे हैं, वहीं, इस मामले में शामिल हैं. बीते दिन पुलिस ने सभी मुल्जिमों को गिरफ्तार करते हुए केस का खुलासा किया.
ऐसे हुआ मामला का खुलासा
मुरादाबाद पुलिस ने इस मामले में एक मुल्जिम शहाबुद्दीन को गिरफ्तार किया था. शहाबुद्दीन ने कबूला की उसके भाई की कुछ लोगों ने कत्ल कर दिया था. इसलिए अपने विरोधियों को फंसान के लिए उसने दूसरे मुल्जिमों से मिलकर एक योजना बनाई, क्योंकि कथित तौर पर इलाके के थाना प्राभारी ने उसकी यानी VHP के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू की बात नहीं सुनी थी, इसलिए उनके थाना इलाके में गोकशी की घटना को अंजाम देने के लिए प्लान बनाया.
दोबारा वारदात को दिया अंजाम
मुल्जिम शहाबुद्दीन ने अपने साथी नईम को रुपये देकर कांवड़ पथ पर गोवंश के अवशेष रखवा दिए. इस घटना के बाद VHP के जिला प्रमुख सुमित विश्नोई उर्फ मोनू, प्रखंड अध्यक्ष राजीव चौधरी ने अपने साथियों के साथ मिलकर छजलैट थानाध्यक्ष को हटाने के लिए कांठ तहसील में प्रोटेस्ट किया. प्रोटेस्ट के बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर मुल्जिमों ने दोबारा से वारदात को अंजाम दिया.
मुल्जिम शहाबुद्दीन ने 28 जनवरी की रात दूसरे साथी जमशेद के साथ मिलकर चेतरामपुर इलाके में घर के बाहर बंधी गाय को चोरी लिया. इसके बाद जंगल में जाकर दोनों ने उसकी हत्या कर दी. इस दौरान मुल्जिम रमन चौधरी और सुमित उर्फ मोनू, राजीव चौधरी ने पूरी घटना का वीडियो बनाया. इसके बाद उस वीडियो को पुलिस अधिकारियों को सोशल मीडिया साइट एक्स प्लेटफॉर्म पर टैग करते हुए कार्यवाही की मांग की.
SSP ने क्या कहा
एसएसपी हेमराज मीणा ने कहा, "4 मुल्जिमों शहाबुद्दीन, रमन चौधरी, मुख्य मुल्जिम मोनू विश्नोई उर्फ सुमित और राजीव चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है. बीते 16 और 28 जनवरी को थाना छजलैट इलाके से दो गोहत्या के मामले सामने आए थे. दोनों घटनाएं अपराधिक रूप से संदिग्ध मालूम हो रही थीं. पुलिस ने गहनता से जांच-पड़ताल की तो मालूम हुआ कि पुरानी रंजिश के चलते विपक्षी को जेल भिजवाने के लिए पूरी साजिश रची गई थी."