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Vice President Election: मर्गरेट अलवा ने विपक्षी पार्टियों पर फोड़ा हार का ठीकरा, कही बड़ी बात

Vice President Election 2022 Result: उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में जगदीप धनखड़ ने जीत दर्ज की है. विपक्ष की तरफ बनाई गई उम्मीदवार मर्गरेट अल्वा ने हार के बाद विपक्षी पार्टियों पर बरसी हैं.

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Zee Salaam Web Desk|Updated: Aug 07, 2022, 03:40 PM IST

Vice President Election 2022 Result: बीते कल हुए उपराष्ट्रपति चुनाव का परिणाम शाम तक आ गया. इसमें एनडीए उम्मीदवार जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने बाजी मारी. पहले कयास लगाए जा रहे थे कि जगदीप धनखड़ ही उपराष्ट्रपति बनेंगे. जगदीप धनखड़ 21 अगस्त को शपथ लेंगे और भारत के अगले उपराष्ट्रपति बन जाएंगे. जगदीप धनखड़ ने अपने प्रतिद्वदी मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) को करारी शिकस्त दी है. 

अपनी हाल का ठीकरा मार्गरेट अल्वा ने विपक्षी पार्टियों पर फोड़ा. मार्गरेट अल्वा ने कहा कि "कुछ विपक्षी दलों ने भी NDA उम्मीदवार का समर्थन किया." हार के बाद मार्गरेट अल्वा ने कहा कि "चुनाव संपन्न हो गया है. हमारे संविधान की रक्षा करने के लिए, लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए और संसद की गरिमा बहाल करने के लिए संघर्ष जारी रहेगा." इसके बाद उन्होंने सबका धन्यवाद किया.

मर्गारेट अल्वा ने कहा कि "चुनाव विपक्ष के लिए एक साथ काम करने, अतीत की बातों को पीछे छोड़ने और एक-दूसरे के बीच भरोसा बनाने का मौका है. भाजपा का प्रत्यक्ष या परोक्ष तौर पर समर्थन करके, कुछ पार्टियों और उनके नेताओं ने अपनी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाया है."

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मार्गरेट अल्वा ने कहा कि "दुर्भाग्य से, कुछ विपक्षी पार्टियों ने एकजुट विपक्ष के विचार को पटरी से उतारने की कोशिश में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी का समर्थन करना चुना. मैं मानती हूं कि ऐसा करके इन पार्टियों और उनके नेताओं ने अपनी विश्वसनीयता को नुकसान पहुंचाया है."

ख्याल रहे कि उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 780 मतदाताओं में से महज 725 ने मतदान किया. इसमें से 15 वोट अवैध किए गए. फिर 710 वोटों में से जगदीप धनखड़ को 528 वोट मिले. मार्गरेट अल्वा को महज 182 वोट मिले.

बता दें कि जगदीप धनखड़ इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं. वह राजस्था के जाट समुदाय से आते हैं. मार्गरेट अल्वा कांग्रेस की सीनिय लीडर हैं. वह राजस्थान की उपराज्यपाल रह चुकी हैं. टीआरएस, आप, झामुमो, एआईएमआईएम जैसे दलों ने अल्वा का समर्थन किया है. 
(इंपुट आईएनएस से)

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