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Manipur Violence: मणिपुर में फिर पेश आया हिंसा का मामला, फायरिंग में चार लोगों की मौत

Manipur Violence: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा का मामला सामने आया है. इस हिंसा में चार लोगों की मौत हुई है, वहीं पांच लोग घायल बताए जा रहे हैं. पूरी खबर पढ़ें

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Manipur Violence: मणिपुर में फिर पेश आया हिंसा का मामला, फायरिंग में चार लोगों की मौत
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Sami Siddiqui |Updated: Jan 02, 2024, 07:47 AM IST

Manipur Violence: मणिपुर में एक बार फिर हिंसा भड़क गई है. अधिकारियों ने कहा है कि सोमवार शाम को मणिपुर के थौबल जिले में चार लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. जिसकी वजह से कर्फ्यू लगाना पड़ा. बता दें पिछले साल जातीय हिंसा में लगभग 200 लोगों की जान चली गई थी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने थौबल के लिलोंग इलाके में हत्याओं की पुष्टि की, लेकिन कहा कि वे इस रिपोर्ट को दर्ज करने के समय तक घटनास्थल पर नहीं पहुंचे थे. लिलोंग के स्थानीय निवासियों ने भी गोलीबारी की पुष्टि की और जमीन पर पड़े मृत पीड़ितों की तस्वीरें साझा की हैं.

मणिपुर में हिंसा

एक अधिकारी ने नाम न छापने की गुजारिश पर कहा, “घायलों में से एक की हालत कथित तौर पर गंभीर है. हमें जानकारी मिली है कि कुछ हमलावरों को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया है, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. पुलिस अभी तक गांव तक नहीं पहुंची है क्योंकि प्रदर्शनकारी वहां जमा हो गए हैं.'' बता दें लिलोंग राज्य की राजधानी इंफाल से लगभग 12 किमी दूर है.

मणिपुर की कई जगहों पर कर्फ्यू

हत्याओं की वजह से राज्य सरकार को मणिपुर में नाइट कर्फ्यू तेज करना पड़ा है. अधिकारियों ने कहा कि सीनियर सरकारी अधिकारी मंगलवार से शुरू होने वाले दिन के दौरान कर्फ्यू उपायों की समीक्षा करेंगे और फैसला लेंगे. एक दूसरे सरकारी अधिकारी ने कहा कि शाम 6 बजे के आसपास आतंकवादियों का एक ग्रुप ने चिंगाओ इलाके में जबरन वसूली  करने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा, “हमारे पास जो जानकारी है कि लोग जबरन वसूली की कोशिश का विरोध करने के लिए इकट्ठा हुए थे. इस दौरान उग्रवादियों ने गोलीबारी की, जिससे कम से कम आठ लोग गोली लगने से घायल हो गए. इनमें से चार की मौत हो चुकी है.

चश्मदीदों ने क्या कहा?

एक निवासी मोहम्मद हबीबुल्लाह ने कहा कि गांव ने उग्रवादियों के वाहनों को जला दिया. “चार अलग-अलग मारुति जिप्सियों में, लगभग 20-25 आतंकवादी एक स्थानीय निवासी हसन के घर आए थे. उन्होंने फ़ौजी पोशाक पहन रखी थी. वे हसन के घर की दीवार फांद गए और पैसे की मांग करने लगे. परिजनों ने शोर मचाया तो स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए. उग्रवादियों ने गोली चलाई जो हसन के भाई को लगी. स्थानीय लोग गुस्से में थेऔर भी लोग इकट्ठा हो गए. तभी आतंकवादियों ने भीड़ पर गोलीबारी कर दी.

एक वीडियो संदेश में, मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा की निंदा की है और लिलोंग के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा,"पुलिस हमले के पीछे के लोगों को गिरफ्तार करने के लिए काम कर रही है, उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी.”

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