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Aam Chunav 2024: समस्तीपुर सीट पर रोमांचक मुकाबला; बिहार के दो दिग्गज नेताओं के बेटा-बेटी एक दूसरे को देंगे टक्कर

Loksabha Election 2024: लोकसभा इलेक्शन में इस बार बिहार की समस्तीपुर सीट पर रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है. इस चुनाव की खास बात यह है कि, इस सीट पर दो दिग्गज नेताओं के बेटा-बेटी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.  

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Aam Chunav 2024: समस्तीपुर सीट पर रोमांचक मुकाबला; बिहार के दो दिग्गज नेताओं के बेटा-बेटी एक दूसरे को देंगे टक्कर
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Sabiha Shakil|Updated: Apr 23, 2024, 02:03 PM IST

Samastipur Loksabha Seat: लोकसभा इलेक्शन में इस बार बिहार की समस्तीपुर सीट पर रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है. इस सीट पर 12 मई को वोट डाले जाएंगे, जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस चुनाव की खास बात यह है कि, इस सीट पर दो दिग्गज नेताओं के बेटा-बेटी चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. बता दें कि, NDA ने जहां इस सीट पर नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी को इंतेखाबी मैदान में उतारा है, वहीं दूसरी तरफ INDIA गठबंधन ने सन्नी हजारी को कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार बनाया है.

दो दिग्गज नेताओं के बेटा-बेटी चुनावी मैदान में उतरे
सन्नी हजारी बिहार सरकार के वजीर महेश्वर हजारी के बेटे हैं. इस तरह नीतीश सरकार के दो वजीरों के बेटे-बेटी के बीच ये दरमियान ये मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है. इस चुनाव में एक उम्मीदवार एनडीए की तरफ से जबकि दूसरा महागठबंधन की तरफ से चुनावी मैदान में है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शांभवी चौधरी 19 अप्रैल को अपना नॉमिनेशन दाखिल कर चुकी हैं. वहीं, कांग्रेस कैंडिडेट सन्नी हजारी मंगल को अपना पर्चा दाखिल करेंगे. उधर, दोनों ही उम्मीदवार इलेक्शन कैंपेन कर रहे हैं और अवाम को अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.

NDA उम्मीदवार ने किया जीत का दावा
एनडीए उम्मीदवार शांभवी चौधरी के पर्चा दाखिल करने के बाद आयोजित एक आशीर्वाद सभा के दौरान एनडीए घटक दल के तमाम बड़े लीडर मौजूद रहे. लेकिन मंच पर महेश्वर हजारी कहीं नजर नहीं आए. समस्तीपुर रिजर्व सीट से पहली बार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रही एनडीए उम्मीदवार शांभवी अपनी जीत को लेकर काफी भरोसेमंद नजर आ रही हैं. शांभवी ने वजीर महेश्वर हजारी को नसीहत देते हुए कहा कि, जो जिस पार्टी में होते हैं, उन्हें पार्टी के उसूलों का पालन करना चाहिए. सियासत में इससे बड़ा कोई धर्म नहीं होता. उनके पिताजी का भी हम आशीर्वाद मांगेंगे. वो हमारे एनडीए दल के ख़ास सदस्य हैं. वह उम्मीद करती हैं कि वह अपने सियासी धर्म का पालन करेंगे.

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