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इजराइल की मुखालिफत में उतरे इस्लामिक देश, पाक ने भी दी चेतावनी; जानें पूरा मामला

Masjid Al-Aqsa: इस्लाम में एक अलग अहमियत रखने वाली मस्जिद अल-अक्सा पर विवाद एक बार फिर बढ़ गया है. कई इस्लामिक देश इजराइल के खिलाफ उतर गए हैं. पढ़ें पूरा मसला

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इजराइल की मुखालिफत में उतरे इस्लामिक देश, पाक ने भी दी चेतावनी; जानें पूरा मामला
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Sami Siddiqui |Updated: Jan 04, 2023, 10:29 PM IST

Masjid Al-Aqsa: इजराइ के कट्टर दक्षिणपंथी मंत्री इतामार बेन-गविर मंगलवार को मस्जिद अल-अक्सा का दौरा किया. जिसके बाद से विवाद शुरू हो गया है. मुस्लिम देश इजराइल की पुरजोर मुकालिफत कर रहे हैं. इस दौरे की निंदा सऊदी अरब, पाकिस्तान जॉर्डन, फिलिस्तीन, और संयुक्त अरब अमीरात ने की है. आपको जानकारी के लिए बता दें अल-अक्सा मस्जिद मक्का और मदीना के बाद मुसलमानों के लिए तीसरा सबसे बड़ा पवित्र स्थल है.

पाकिस्तान ने क्या कहा?

राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री के अल अक्सा दौरे को पाकिस्तान ने असंवेदनशील और भड़काऊ करार दिया है. पाक विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अल-अक्सा दुनिया भर के मुसलमानों के लिए एक पाक जगह है. इस तरह वहां का दौरा करना मुसलमानों की भवनाओं को ठेस पहुंचाना है. पाक का मानना है कि अल-अक्सा में उनका जाना फिलिस्तीन इलाकों में तनाव को और बढ़ा सकता है. पाक ने इजराइल को नसीहत देते हुए कहा है कि मुस्लिम धार्मिक स्थलों की पवित्रता की इज्जत करनी चाहिए.

इन मुस्लिम देशों ने भी की निंदा

पाकिस्तान के अलावा निंदा करने वाले देशो में सऊदी अरब, तुर्की, संयुक्त अरब आमीरात, जॉर्डन और फिलिस्तीन भी है. सऊदी ने कहा है कि सऊदी अरब इजराइली मंत्री अल अक्सा दौरे की कड़ी निंदा करता है. सऊदी अरब ने कहा कि वह फिलिस्तीन के लोगों की मांग के साथ मजबूती से खड़ा है. उधर यूएई के विदेश मंत्रालय ने भी इस दौरे की कड़ी निंदा की है. उनका कहना है कि कि इजराइल कोई भी ऐसा कदम ना उठाए जिससे यरुशलम इलाके में तनाव बढ़े और अस्थिरता फैले.

जॉर्डन ने क्या कहा?

इस मसले को लेकर जॉर्डन ने कहा कि अल अक्सा मस्जिद में मंत्री इतामार बेन-गविर के दाखिले की जॉर्डन कड़े लफ्जों में तनकीद (निंदा) करता है. इसके अलावा जॉर्डन ने इजराइल के राजदूत को तलब किया है और इस मसले पर उनसे बात की है.

क्या है इजराइल और फिलिस्तीन का विवाद?

आपको जानकारी के लिए बता दें युनाइटेड नेशन के मुताबिक 1947 में प्राचीन फिलिस्तीन का बंटवारा हुआ और 55 फीसद हिस्सा यहूदियों को मिला और 45 फीसद हिस्सा फिलिस्तीनियों को मिला. लेकिन साठ के दशक में इजराइल ने गाजा पट्टी, वेस्ट बैंक और यरुशलम पर कब्जा कर लिया. जिसके बाद विवाद और बढ़ गया. दोनों के बीच समझौता हुआ इसके बावजूद यहूदियों ने कई बार मस्जिद में घुसकर प्रर्थना करने की कोशिश की. जिसकी वजह से कई तरह की झड़पें भी हुई हैं.

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