लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार में जल शक्ति राज्यमंत्री और हस्तिनापुर विधानसभा से बीजेपी विधायक दिनेश खटीक (Dinesh khatik) के पिछले कई दिनों से नाराज होने की खबर आ रही थी. इसी नाराजगी के बीच आज उन्होंने योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. सोशल मीडिया पर उनका इस्तीफा नामा बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है.
दिनेश खटीक ने उठाया भ्रष्टाचार का मामला
दिनेश खटीक (Dinesh khatik) ने वायरल चिट्ठी में आरोप लगाया कि दलित होने की वजह से उनकी विभाग में कोई सुनवाई नहीं होती है और ना नहीं किसी बैठक में उन्हें बुलाया जाता है. उन्होंने ये भी इल्जाम लगाया कि राज्यमंत्री के अधिकार के तौर पर उन्हें सिर्फ एक गाड़ी दे गई है. इसके अलावा, दिनेश खटीक ने ट्रांसफर के मामलों में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
प्रमुख सचिव सिंचाई पर लगाए गंभीर आरोप
दिनेश खटीक ने ये भी कहा है कि जब विभाग में गड़बड़ी को लेकर उन्होंने अधिकारियों से जवाब मांगा तो उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई है. इसके अलावा, उन्होंने प्रमुख सचिव सिंचाई पर भी आरोप लगाए हैं. दिनेश खटीक के मुताबिक, जब उन्होंने फोन लगाया तो प्रमुख सचिव सिंचाई ने फोन पर पूरी बार सुने बिना ही फोन काट दिया.
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सरकार ने दिनेश खटीक के इस्तीफे की नहीं की है पुष्टि
जानकारी के मुताबिक, दिनेश खटीक अपनी नाराजगी हाई कमान से जाहिर करने के लिए दिल्ली भी पहुंचे हैं. मंगलवार को वह योगी मंत्रिमंडल की बैठक में भी दिनेश खटीक शामिल नहीं हुए थे. हालांकि अभी सरकार ने दिनेश खटीक के इस्तीफे की पुष्टि नहीं की है लेकिन उनके इस्तीफा सामने आ गया है.
जितिन प्रसाद भी चल रहे नाराज
वहीं यूपी सरकार में एक और मंत्री जितिन प्रसाद भी नाराज चल रहे हैं. जितिन प्रसाद अपने ओएसडी अनिल कुमार पांडेय के खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर सरकार से नाराज चल रहे हैं. हालांकि अभी उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है.
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