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Delhi Liquor Scam Case: समन से लेकर अरेस्टिंग तक, जानें कैसे गिरफ्तार हो गए केजरीवाल?

Delhi Liquor Scam Case: केजरीवाल ने ईडी के 9 समन की अनदेखी की थी, जिसकी वजह से कोर्ट में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के तहत उनके खिलाफ दो मामले दायर किए गए थे. 

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Delhi Liquor Scam Case: समन से लेकर अरेस्टिंग तक, जानें कैसे गिरफ्तार हो गए केजरीवाल?
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Taushif Alam|Updated: Mar 22, 2024, 08:22 AM IST

Delhi Liquor Scam Case: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ED ने पैसा ट्रांसफर करने के लिए हवाला ऑपरेटरों के इस्तेमाल के खुलासे के बाद 21 मार्च को देर रात गिरफ्तार कर लिया है.  वित्तीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, पैसे का ट्रांसफर चुनावों, बैठकों और होटलों पर खर्च के लिए किया जा रहा था.

100 करोड़ की ली रिश्वत
ईडी के मुताबिक, केजरीवाल ने अपनी आम आदमी पार्टी के दूसरे सीनियर नेताओं के साथ कथित तौर पर दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति के संबंध में 100 करोड़ रुपये की रिश्‍वत ली, और यह पैसा कई बिचौलियों के जरिए ट्रांसफर किया गया. इस प्रक्रिया में बीआरएस एमएलसी के. कविता और 'साउथ ग्रुप' के सदस्यों को शामिल किया गया है.

9 समन की अनदेखी
केजरीवाल ने ईडी के 9 समन की अनदेखी की थी, जिसकी वजह से कोर्ट में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के तहत उनके खिलाफ दो मामले दायर किए गए थे. ईडी ने सबूत जुटाने के बाद गिरफ्तारी की है. 16 मार्च को ईडी ने कविता की हिरासत की मांग करते हुए के कविता को पिछले दिनों हैदराबाद से गिरफ्तार किया था. वह बीआरएस सुप्रीमो और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी हैं. ईडी ने कथित घोटाले में "प्रमुख साजिशकर्ता और लाभार्थी" के रूप में उसकी कथित संलिप्तता का खुलासा किया.

डिप्टी सीएम पर लगे थे ये इल्जाम
जांच एजेंसी ने हिरासत में लेने के लिए दायर अपनी याचिका में इल्जाम लगाया था कि 'साउथ ग्रुप' के दूसरे सदस्यों - सरथ रेड्डी, राघव मगुंटा और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के साथ कविता ने सीएम केजरीवाल और उनके डिप्टी सहित आप के सीनियर नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची थी. तत्‍कालीन आबकारी मंत्री व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की रिश्‍वत दी.

कोर्ट में ईडी ने क्या कहा?
कोर्ट के समक्ष ईडी के आवेदन में कहा गया, "आप के नेताओं को दी गई रिश्‍वत के बदले में उन्हें नीति निर्माण तक पहुंच प्राप्त थी और उनके लिए एक अनुकूल स्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रावधानों की पेशकश की गई थी."

मुनाफे के आड़ में ली जा रही थी रिश्वत?
ईडी ने यह भी इल्जाम लगाया कि कविता को अपने डमी अरुण पिल्लई के जरिए पेरनोड रिकार्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के इस फर्म और वितरण व्यवसाय में पर्याप्त निवेश किए बिना इंडो स्पिरिट्स की साझेदारी में हिस्सेदारी मिली, जो मुल्क के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक है और इस तरह दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 की अवधि में इंडो स्पिरिट्स को सबसे ज्यादा लाभदायक एल1 बनाया और मुनाफे की आड़ में अपराध की आय कमाई.

इसके अलावा, नीति में थोक व्यापारी का लाभ मार्जिन बढ़ाकर 12 फीसदी कर दिया गया, ताकि इस मार्जिन में इसका एक हिस्सा रिश्‍वत के रूप में वापस लिया जा सके. ऐसा अवैध धन का निरंतर प्रवाह बनाने के लिए किया गया था. आवेदन में दावा किया गया है कि एएपी ने थोक विक्रेताओं से रिश्‍वत के रूप में और साउथ ग्रुप को भुगतान की गई रिश्‍वत की वसूली करने और इस पूरी साजिश से मुनाफा कमाने के लिए कहा गया.

ये  लोग बने सरकारी गवाह
इस मामले में सरथ रेड्डी, राघव मगुंटा और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी को सरकारी गवाह बन गए थे. ईडी ने दावा किया कि पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज श्रीनिवासुलु रेड्डी के 14 जुलाई, 2023 के बयान और धारा 164 के तहत दर्ज किए गए 17 जुलाई, 2023 के उनके बयान के मुताबिक, कविता और दूसरे ने आप के सीनियर नेताओं को रिश्‍वत दी.

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