Gopalganj News: बिहार के गोपालगंज जिले में शुक्रवार ( 8 दिसंबर ) को ट्रेन आगे आकर सामूहिक आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. मरने वाले सभी लोग एक ही परिवार के थे. इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है. घटना की खबर मिलते ही बरौली थाने की पुलिस दल बल के साथ मौक-ए-वारदात पर पहुंच कर जांच में जुट गई है.
जानकारी के मुताबकि, बेटी की मौत से आहत होकर परिवार वालों ने इतना बड़ा कदम उठाया है. मरने वालों की पहचान रामसूरत महतो और इनके दो बेटे सचिन कुमार और दीपक कुमार के रूप में हुई है.
लड़की की बीमारी से परिवार वाले थे परेशान
मिली जानकारी के मुताबिक, रामसूरत चौहान के घर में सुभावती कुमारी नामक एक लड़की की लंबी बीमारी के बाद दो दिन पहले मौत हो गई थी.जिसके बाद परिवार वालों लड़की के शव को घर में ही छोड़ दिया, क्योंकि लड़की की बीमारी से पूरा परिवार परेशान था. अंतत: रामसूरत महतो ने अवसाद में आकर अपने दोनों बेटों के साथ थावे-छपरा पैसेंजर ट्रेन के सामने आकर जान दे दी.
घटना की खबर मिलते ही आस पास के इलाकों से आए लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. गांव के मुखिया समेत कई लोगों ने बताया कि रामसूरत का परिवार लड़की की बीमारी से काफी परेशान था. उनकी लड़ी लकवा से पीड़ित थी. बेटी के इलाज में रामसूरत ने अपना सब कुछ गंवा दिया लेकिन फिर भी बेटी ठीक नहीं हुई और मौत हो गई. बेटी की मौत के बाद परिवार वालों ने मौत को लगे लगाया.
पुलिस मौक-ए-वारदात पर पहुंच कर जांच में जुटी
गांव वालों ने बताया कि रामसूरत महतो के परिवार में अब कोई भी नहीं बचा है. महतो की बीवी की पहले ही मौत हो गई है. दोनों बेटों की कमाई से घर चलता था, जिसमें एक बेटा विकलांग था. वहीं, पूरे मामले को लेकर प्रभारी जिलाधिकारी अभिषेक कुमार ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है. सदर SDPO प्रांजल की अगुआई में पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है.