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मणिपुर में CRPF के 2 जवान शहीद; इतने दिनों से जारी है हिंसा

मणिपुर में हिंसा में CRPF के 2 जवान शहीद हो गए. यहां हिंसा पिछले एक साल से जारी है. सरकार ने इसे रोकने की कई कोशिशें कीं लेकिन अभी भी छिटपुट घटनाएं हो रही हैं.  

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मणिपुर में CRPF के 2 जवान शहीद; इतने दिनों से जारी है हिंसा
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Siraj Mahi|Updated: Apr 27, 2024, 08:48 AM IST

Manipur News: मणिपुर में एक हमले में CRPF के दो जवान शहीद हो गए हैं. दोनों जवानों का ताल्लुक 128वीं बटालियन से था. यह मामला नारासेना इलाके में पेश आया. जवानों पर हमला कुकी उग्रवादियों की तरफ से किया गया. मामले के बारे में मणिपुर पुलिस ने बताया कि "मणिपुर के नारानसेना इलाके में आधी रात से लेकर सुबह 2:15 बजे तक कुकी उग्रवादियों ने हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के दो जवानों की जान चली गई. ये जवान राज्य के विष्णुपुर जिले से नारानसेना इलाके में तैनात CRPF की 128 बटालियन के थे."

एक साल से जारी हिंसा
आपको बता दें कि मणिपुर में पिछले करीब एक साल से हिंसा जारी है. मैतेई और कुकी मसुदायों के बीच जातीय हिंसा अब तक जारी है. यहां हर दिन हिंसा और गोलीबारी की घटनाएं होती रहती हैं. इससे तीन दिन पहले मणिपुर से गोलीबारी की घटनाएं आई थीं. पश्चिमी इंफाल के इवांग सेकमई और पड़ोसी तुवांगसोल गांव में दो ग्रुपों में झड़प हुई थी.

200 लोगों की मौत
दोनों ग्रुपों में गोलीबारी हुई थी. हालांकि मामले में किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं थी. हमले के बाद इलाके में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए इलाके में पुलिस तैनात की गई थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक मणिपुर में हिंसा की वजह से अब तक यहां 200 लोगों की मौत हो गई है. यहां सैकड़ों लोगों को बेघर होना पड़ा है. हजारों लोग अपने घर से बेघर हो गए हैं. 

नही रुक रही हिंसा
साल 2023 में मणिपुर में हिंसा शुरू हुई थी. तब से लगातार यहां गोलीबारी और हिसा हो रही है. हिंसा होने के बावजूद यहां पर मैतेई-कुकी विवाद अब तक नहीं सुलझा है. दोनों ग्रुपों के बीच हिंसा को शांत करने के लिए सरकार की तरफ से कई कोशिशें की गईं लेकिन हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. मणिपुर में मैतेई समुदाय के लोग करीब 53 फीसद हैं. यह लोग इंफल के आसपास रहते हैं. यहां आदिवासी समुदाय के लोग पहाड़ी पर रहते हैं.

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