Raisi Death Conspiracies: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलिकॉप्टर क्रैश को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. ईरानी मीडिया ने कहा है कि इस बात का कोई संकेत मिले नहीं है कि उनके हेलीकॉप्टर पर कोई हमला हुआ है. वहीं, ईरानी मीडिया ने दावा किया किया है कि राष्ट्रपति की हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होते ही आग लग गई थी. ईरानी मीडिया ने जांचकर्ताओं के हवाले से यह खबर दी है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, 19 मई को ईरानी राष्ट्रपति ईब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री और 6 दूसरे लोगों की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई थी. इसके बाद ईरान में चारों तरफ मातम का माहौल हो गया है. वहीं, दुर्घटना की जांच कर रहे ईरानी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ का बयान 23 मई की देर रात सरकारी टेलीविजन चैनल पर पढ़ा गया. जिसमें इस हादसे को लेकर एक बयान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया कि किसी को मुजरिम नहीं ठहराया गया है, लेकिन कहा गया है कि आगे की जांच के बाद और जानकारी मिलेगी.
नहीं मिले कोई संकेत
जनरल स्टाफ के बयान में कहा गया है, "हादसे से पहले नियंत्रण टॉवर और हेलिकॉप्टर के चालक दल के बीच स्थापित हुए बातचीत में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है. हेलीकॉप्टर ने हादसे से करीब 90 सेकंड पहले दो दूसरे हेलीकॉप्टर के चालकों से बातचीत की गई थी." बयान में आगे कहा गया है कि हेलीकॉप्टर पर हमला होने का कोई संकेत नहीं मिला है और इसके मार्ग में भी कोई बदलाव नहीं हुआ था.
हादसे में नहीं है अमेरिका का हाथ
वहीं, ईरान के राष्ट्रपति की मौत के बाद कई तरह के सवाल उठाए जा रहे थे. जिसमें कहा जा रहा था कि इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश में अमेरिका और इसराइल का हाथ हो सकता है, लेकिन ईरानी सेना ने सब कुछ साफ कर दिया है. ईरानी सेना का कहना है कि इस हादसे में किसी देश के जरिए हमले का कोई संकेत नहीं मिले हैं. जिससे किसी को दोषी ठहराया जाए.
राष्ट्रपति को किया गया सुपुर्द-ए-खाक
वाजेह हो कि अमेरिका में बनी ‘बेल’ हेलिकॉप्टर ईरान के उत्तर-पश्चिम में कोहरे वाले सुदूर पहाड़ी इलाके में रविवार को दुर्घटनाग्रस्त होकर गिर गया था. जिसमें राष्ट्रपति इब्राहिम समेत 9 लोगों की मौत हुई थी. इब्राहिम रईसी को उनके होम टाउन मशहद में दफनाया गया है.