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Hajj 2024: पिछले साल के मुकाबले इस बार 3 गुना ज्यादा हाजियों की मौत; कई दर्जन भारतीय भी शामिल

Hajj Pilgrims Death: इस बार हज के दौरान काफी मौतें रिपोर्ट की गई है. पिछले साल के मुकाबले इस बार 3 गुना ज्यादा हाजियों की मौत हुई है. मरने वालों में मिस्र और भारत के लोग हैं. पूरी खबर पढ़ें.

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Hajj 2024: पिछले साल के मुकाबले इस बार 3 गुना ज्यादा हाजियों की मौत; कई दर्जन भारतीय भी शामिल
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Sami Siddiqui |Updated: Jun 20, 2024, 10:05 AM IST

Hajj 2024 Deaths: हज पूरा हो चुका है और इस दौरान मरने के काफी मामले सामने आए हैं.  मामले के जानकारी  लोगों ने बुधवार को बताया कि इस साल हज के सफर के दौरान दुनिया भर से आए 600 से अधिक लोगों की मौत हुई है, जिनमें 68 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं. हज यात्रा के दौरान भीषण गर्मी और अत्यधिक तापमान की वजह से लोगों को जान गवानी पड़ी है.

हज 2024 में लोगों की मौत

नाम न बताने की शर्त पर एक अरब अधिकारी ने बताया कि भारतीयों की मौत की जानकारी कई हफ़्तों में मिली और तीर्थयात्रा के अंतिम दिन मरने वालों की संख्या छह थी. उन्होंने बताया कि कई मौतें प्राकृतिक कारणों या बुढ़ापे के कारण हुईं और कुछ मौतें खराब मौसम की वजह से हुईं. हालांकि इस मामले में भारत या सऊदी सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. इस साल हज के लिए कुल 175,000 भारतीय मुसाफिर सऊदी अरब गए थे.

आंकड़ा नहीं हुआ है स्पष्ट

दो अज्ञात अरब राजनयिकों के हवाले से एएफपी ने मंगलवार को बताया कि हज के दौरान 550 मौतें दर्ज की गईं. वहीं एएफपी की गणना के अनुसार, अब तक कुल 645 मौतें दर्ज की गई हैं. इस संख्या में 323 मिस्रवासी और 60 जॉर्डनवासी शामिल हैं. इंडोनेशिया, ईरान, सेनेगल, ट्यूनीशिया और इराक के स्वायत्त कुर्दिस्तान क्षेत्र में भी मौतों की पुष्टि हुई है.

पिछले साल 200 से ज्यादा हाजियों की मौत

पिछले साल 200 से ज़्यादा हाजियों की मौत की ख़बरें आई थीं, जिनमें से ज़्यादातर इंडोनेशिया से थे. ऊपर बताए गए लोगों ने बताया कि हर साल हज के दौरान दर्जनों भारतीय मरते हैं, ज़्यादातर बुढ़ापे या बीमारियों की वजह से. एक शख्स एजेंसी को कहता है, ज्यादातर मरने वाले भारतीय या तो बूढे होते हैं या फिर उनका स्वास्थ्य खराब होता है.

कैंपस में कम से कम 600 लाशें

नाम न बताने की शर्त पर एसोसिएटेड प्रेस से बात करने वाले दो अधिकारियों ने कहा कि उनका मानना ​​है कि मक्का के अल-मुआइसम इलाके में इमरजेंसी कैंपम में कम से कम 600 शव हैं. परिसर में सुरक्षा कड़ी थी, एक अधिकारी मरने वालों के नाम और उनकी राष्ट्रीयताएं पढ़ रहा था, जिसमें भारत, अल्जीरिया और मिस्र के लोग शामिल थे.

गर्मी से जुड़े कितने हैं मामले

सऊदी अरब ने मौतों के बारे में जानकारी नहीं दी है, हालांकि उसने अकेले रविवार को "हीट एग्जॉशन" के 2,700 से अधिक मामलों की सूचना दी है. काफी वक्त से हज भीषण गर्मी के बीच पड़ रहा है, जिसकी वजह से हाजियों के बीमार पड़ने और मौतों के मामले काफी सामने आ रहे हैं. मक्का में तापमान 51.8 को छू रहा है.

लोग उठा रहे हैं सवाल

लोग सऊदी सरकार पर सवाल उठा रहे हैं.  सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं,  जिसमें डेड बॉडी सड़कों पर पड़ी दिख रही हैं, लोगों का कहना है कि सऊदी सरकार का मौनेजमेंट बेहद खराब है. बसें और ट्रेनें बंद की हुई हैं. लोगों को पैदल ही भीषण गर्मी में चलना पड़ रहा है.

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