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आम लोगों के लिए खुला इस मुस्लिम देश में बना पहला हिंदू मंदिर; जानें अहम बातें

Hindu Temple in Abu Dhabi: अबू धाबी में बना पहला हिंदू मेंदिर आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. यह 700 करोड़ रुपयों की लागत से बना है. इसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया.

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आम लोगों के लिए खुला इस मुस्लिम देश में बना पहला हिंदू मंदिर; जानें अहम बातें
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Siraj Mahi|Updated: Mar 02, 2024, 06:48 AM IST

Hindu Temple in Abu Dhabi: संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में बने पहले हिंदू मंदिर को शुक्रवार को आम जनता के लिए खोल दिया गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 फरवरी को अबू धाबी के इस पहले हिंदू मंदिर का उद्घाटन किया था. मंदिर दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल राहबा के पास 27 एकड़ क्षेत्र में लगभग 700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है. मंदिर के लिए जमीन यूएई सरकार ने दान में दी है. अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया गया है. 

मंदिर के लिए भारत से गए पत्थर
इसी तरह अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण किया गया है. मंदिर में स्वंयसेवक उमेश राजा के मुताबिक 20 हजार टन से अधिक चूना पत्थर के टुकड़ों को राजस्थान में तराशा गया और 700 कंटेनर में अबू धाबी लाया गया. बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘प्रतीक्षा समाप्त हुई! अबू धाबी मंदिर को अब सभी आगंतुकों और श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है.’’ इसमें यह भी उल्लेख किया गया है कि मंदिर सोमवार को छोड़कर सभी दिन सुबह नौ बजे से रात आठ बजे तक खुला रहेगा.

आम लोगों के लिए खुला मंदिर
इससे पहले खबरें थीं कि अबू धाबी में बना पहला हिंदू मंदिर एक मार्च से श्रद्धालुओं के लिए खोला जाएगा. मंदिर प्रशासन ने पहले ही यह जानकारी दी थी. मंदिर के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मंदिर एक मार्च से सुबह नौ बजे से रात आठ बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा.’’ बोचासनवासी श्री अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) द्वारा निर्मित मंदिर दुबई-अबू धाबी शेख जायद राजमार्ग पर अल राहबा के पास बनाया गया है.

मंदिर में धातु का इस्तेमाल नहीं
बीएपीएस के लिए अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रमुख स्वामी ब्रह्मविहारीदास ने कहा था, ‘‘यहां वास्तुशिल्प पद्धतियों को वैज्ञानिक तकनीकों के साथ जोड़ा गया है. तापमान, दबाव और गति (भूकंपीय गतिविधि) को मापने के लिए मंदिर के हर स्तर पर 300 से अधिक उच्च तकनीक वाले सेंसर लगाए गए हैं. सेंसर अनुसंधान के लिए लाइव डेटा प्रदान करेंगे.’’ मंदिर के निर्माण में किसी भी धातु का उपयोग नहीं किया गया है और नींव को भरने के लिए कंक्रीट मिश्रण में 55 प्रतिशत सीमेंट की जगह राख का उपयोग किया गया है. मंदिर के निर्माण प्रबंधक मधुसूदन पटेल ने कहा ‘‘हमने परंपरागत सौंदर्य वाली पत्थर संरचनाओं और आधुनिक समय के शिल्प को मिलाते हुए तापमान रोधी सूक्ष्म टाइल्स और कांच के भारी पैनलों का इस्तेमाल किया है. यूएई में अत्यधिक तापमान को देखते हुए ये टाइल्स दर्शनार्थियों के पैदल चलने में सुविधाजनक होंगी.’’ 

खाड़ी देश का सबसे बड़ा मंदिर
अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया गया है. संयुक्त अरब अमीरात में तीन और हिंदू मंदिर हैं जो दुबई में हैं. अद्भुत वास्तुशिल्प और नक्काशी के साथ एक बड़े इलाके में फैला बीएपीएस मंदिर खाड़ी क्षेत्र में सबसे बड़ा मंदिर है.

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