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shimla: HRTC पेंशनर्स को घर खर्च चलाना हुआ मुश्किल, सरकार से कर रहे पेंशन की मांग

हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन पेंशनर्स कल्याण संगठन के प्रधान सत्य प्रकाश शर्मा ने कहा कि हम करीब 7 हजार पेंशनर्स हैं. समय पर पेंशन न मिलने के कारण घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है. हमें अपने हक के लिए सरकार से भीख मांगनी पड़ रही है.

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shimla: HRTC पेंशनर्स  को घर खर्च चलाना हुआ मुश्किल, सरकार से कर रहे पेंशन की मांग
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Zee Media Bureau|Updated: Jun 08, 2022, 03:20 PM IST

समीक्षा कुमारी/शिमला: हिमाचल प्रदेश के HRTC पेंशनर्स ने पेंशन की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश भर से HRTC के कर्मचारी शिमला पहुंचे हैं. हजारों पेंशनर्स ने टॉलेंड में चक्का जाम कर दिया है. ये लोग सचिवालय का घेराव करने के किए आगे बढ़ रहे हैं. टोलेंड के पास चक्का जाम करने की वजह से यहां घंटो जाम लगा रहा. 

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घर खर्च चलाना हुआ मुश्किल
हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन पेंशनर्स कल्याण संगठन के प्रधान सत्य प्रकाश शर्मा ने कहा कि हम करीब 7 हजार पेंशनर्स हैं. समय पर पेंशन न मिलने के कारण घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है. हमें अपने हक के लिए सरकार से भीख मांगनी पड़ रही है. सरकार के पास पेंशनर्स के 3.50 करोड़ रुपये के वित्तीय लेन-देन बकाया हैं, लेकिन सरकार यह राशि देने की लिए तैयार नहीं है. 

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प्रदर्शकारियों ने लगाया आरोप
प्रदर्शन के दौरान पेंशनरों की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि 70 साल की उम्र में उन्हें अपने हक के लिए सड़क पर बैठकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है और 25-30 साल के युवा पुलिस कर्मी उन्हें धक्के मार रहे हैं.

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1100 करोड़ के घाटे में चल रहा 
बता दें, कोरोना में HRTC सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. HRTC अभी करीब 1100 करोड़ के घाटे में चल रहा है, इसलिए महीने का खर्च चलाना निगम प्रबंधन के लिए मुश्किल हो रहा है. निगम की बसों से होने वाली आय का एक हिस्सा जहां बसों की मरम्मत पर चला जाता. वहीं, वर्तमान में सेवाएं दे रहे कर्मचारियों को सैलरी भी देना होती है. कर्मचारियों की भी कई मांगें लंबित पड़ी हैं.

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