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Pradosh Vrat 2023: क्यों किया जाता है प्रदोष व्रत, जानें क्या है इसका महत्व?

Pradosh Vrat 2023: आज ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत है, जिसका खास महत्व होता है. मान्यता है कि आज बुध प्रदोष व्रत करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.   

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Pradosh Vrat 2023: क्यों किया जाता है प्रदोष व्रत, जानें क्या है इसका महत्व?
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Poonam |Updated: May 17, 2023, 01:16 PM IST

Pradosh Vrat 2023: आज ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है. इसके साथ ही आज प्रदोष व्रत भी है, जिसे बुध प्रदोष व्रत भी कहा जाता है. आज का प्रदोष व्रत खास माना जा रहा है, क्योंकि आज सौभाग्य और आयुष्मान योग है जो किसी भी मांगलिक और नए कार्य की शुरुआत के लिए शुभ माने जाते हैं. इसके अलावा आज रात में स्वर्ग की भद्रा रहेगी और सुबह पंचक का समापन हो जाएगा. 

आज पूरी हो सकती है आपकी कोई भी मनोकामना
बता दें, प्रदोष व्रत की पूजा शाम के समय की जाएगी. शिव कृपा पाने के लिए आज का दिन बेहद खास है. आज आप शिव जी की विधिवत पूजा कर उनकी कृपा पा सकते हैं. आज के दिन आपकी कोई भी मनोकामना पूरी हो सकती है. मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से जीवन के कष्ट और दोष दूर हो जाते हैं.   

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अलग-अलग दिन पड़ने से बदल जाता है प्रदोष व्रत का महत्व
बता दें, दिन के हिसाब से यानी प्रदोष व्रत किस दिन पड़ेगा इस हिसाब से इस व्रत का नाम और महत्व भी बदल जाता है. ऐसे में प्रदोष व्रत को अलग-अलग दिन के हिसाब से करने का उसी हिसाब से लाभ मिलता है. मान्यता है कि अगर कोई प्रदोष व्रत रविवार को पड़ता है तो इस दिन व्रत करने से आयु वृद्धि होती है यानी उम्र बढ़ जाती है. इसके अलावा सोमवार का प्रदोष व्रत करने से जीवन की कोई भी मनोकामना पूरी जाती है. बता दें, सोमवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को सोम प्रदोषम व चन्द्र प्रदोषम कहा जाता है.  

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मंगलवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को 'प्रदोष भौम प्रदोषम' कहा जाता है. इसे करने से रोगों से छुटकारा मिलता है. वहीं, बुधवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को 'बुध प्रदोष व्रत' कहा जाता है. इसे करने से कोई भी कामना पूरी हो जाती है और जीवन से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है. बृहस्पतिवार के दिन पड़ने वाले प्रदोष व्रत को करने से शत्रुओं से छुटकारा मिलता है. शुक्रवार को प्रदोष व्रत करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. शनिवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को 'शनि प्रदोषम' कहा जाता है, इसे करने से संतान प्राप्ति होती है. 

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