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Holi 2024: 24 या 25 जानें कब है मनाई जाएगी होली, क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Holi 2024: इस साल होली 24 और 25 मार्च को मनाई जाएगी. पंचांग के अनुसार, 24 दिसंबर को होलिका दहन किया जाएगा, जबकि 25 मार्च को रंग खेला जाएगा. यहां जानें होली शुभ मुहूर्त और पूजा विधि क्या है.   

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Holi 2024: 24 या 25 जानें कब है मनाई जाएगी होली, क्या है शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
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Poonam |Updated: Mar 16, 2024, 05:52 PM IST

Holi 2024: रंगो का त्योहार यानी होली आने में अब कुछ ही समय बाकी रह गया है. होली हर साल फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. पूर्णिमा को होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन रंग खेला जाता है. पूर्णिमा की रात होली को जलाया जाता है. होलिका दहन को बुराई पर अच्‍छाई की जीत माना जाता है. इसके अगले दिन हर कोई चाहे वह दुश्मन ही क्यों ना हो वह भी एक-दूसरे के गले मिलकर रंग लगाता है और भाईचारे की भावना को बढ़ाता है. 

इस दिन मनाई जाएगी होली
बता दें, हर साल की तरह इस साल भी होली फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाएगी. इस साल होलिका दहन 24 मार्च को किया जाएगा और 25 मार्च को रंग खेला जाएगा. पंचांग के अनुसार, इस साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा ति‍थि 24 मार्च की रात 9 बजकर 54 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 25 मार्च दोपहर 12 बजकर 29 तक रहेगी. 

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कब किया जाएगा होलिका दहन
बता दें, इस साल होलिका दहन के लिए करीब 1 घंटे का समय ही मिलेगा, क्योंकि पूर्णिमा तिथि पर भद्राकाल लग जाएगा जो 11:13 बजे तक रहेगा. इसके बाद ही होलिका दहन किया जाएगा. पंचांग के अनुसार, इस साल होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात 11 बजकर 14 मिनट से देर रात 12 बजकर 20 मिनट तक ही रहेगा.

यह है पूजा की सामाग्री
होलिका दहन की पूजा सामाग्री में रोली, अक्षत, धूप, फूल, नारियल, गुलाल पाउडर, बताशा, कच्चा सूती धागा, गाय के गोबर से बनी माला, मूंग की साबुत दाल, हल्दी का एक टुकड़ा, नए अनाज के कुछ दाने और कुछ लकड़ियां शामिल करें. पूजा करते समय पानी भी रखें. 

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होलिका दहन के लिए पहले कुछ लकड़ियां ले लें और इन पर 3 या 7 बार कच्चा सूत लपेट दें, फिर इस पर गंगाजल या फिर पूजा के लिए इस्तेमाल किया जा रहा शुद्ध जल छिड़क दें. इसके बाद फूल, अक्षत, रोली, बताशे, साबुत हल्दी, नारियल समेत सारी पूजा सामाग्री के साथ पूजा करें और होलिका की 7 परिक्रमा करें.   

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. जी न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता.)

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