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PM मोदी ने कई सहकारिता परियोजना का किया उद्घाटन, जानें क्या है PACS कंप्‍यूटराइजड के लाभ?

PM Modi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को दिल्ली के भारत मंडपम में सहकारी क्षेत्र के कई प्रोजेक्ट्स की शुरुआत और शिलान्यास की. साथ ही जानें क्या है PACS के कंप्‍यूटराइजड के लाभ.

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PM मोदी ने कई सहकारिता परियोजना का किया उद्घाटन, जानें क्या है PACS कंप्‍यूटराइजड के लाभ?
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Muskan Chaurasia|Updated: Feb 24, 2024, 12:29 PM IST

PM Modi Latest Update: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सहकारी क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी अनाज भंडारण की पायलट परियोजना का उद्घाटन किया. साथ ही सहकारी क्षेत्र के कई प्रोजेक्ट्स की शुरुआत और शिलान्यास किया. 

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, आज भारत मंडपम 'विकसित भारत' की अमृत यात्रा में एक और बड़ी उपलब्धि का साक्षी बन रहा है. सहकार से समृद्धि का जो संकल्प देश ने लिया है. उसे साकार करने की दिशा में आज हम और आगे बढ़ रहे हैं. 

खेती और किसानी की नींव को मजबूत करने में सहकारिता की शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है. इस सोच के साथ हमने अलग सह​कारिता मंत्रालय का गठन किया है. आज हमने अपने किसानों के लिए दुनिया की सबसे बड़ी भंडारण योजना शुरू की है. इसके तहत देश के कोने-कोने में हजारों वेयर हाउसेस बनाए जाएंगे, हजारों गोदाम बनाए जाएंगे. आज 18 हजार PACS के computerisation का बड़ा काम भी पूरा हुआ है. 

सहकारिता केवल व्यवस्था नहीं है. सहकारिता एक भावना है, एक spirit है. सहकारिता की ये spirits कई बार व्यवसायों और संसाधानों की सीमाओं से परे आश्चर्यजनक परिणाम देती हैं. सहकार, जीवनयापन से जुड़ी एक सामान्य व्यवस्था को बड़ी औद्योगिक क्षमता में बदल सकता है. ये देश की अर्थव्यवस्था, खासकर ग्रामीण और कृषि से जुड़ी अर्थव्यवस्था के कायाकल्प का एक प्रमाणिक तरीका है. 

आज देश में भी डेयरी और कृषि में सहकार से किसान जुड़े हैं. उनमें करोड़ों की संख्या में महिलाएं ही हैं. महिलाओं के इसी सामर्थ्य को देखते हुए सरकार ने भी सहकार से जुड़ी नीतियों में उन्हें प्राथमिकता दी है. हाल ही में multi state cooperative society act में सुधार लाया गया है.  इसके तहत multi state cooperative society के वार्ड में महिला डायरेक्टर होना अनिवार्य कर दिया गया है. हमारे देश में संसद में अगर नारी शक्ति वंदन अधिनियम पास होता है, तो बड़ी चर्चा होती है, लेकिन ये उतनी ही ताकत वाला महत्वपूर्ण कानून हमने बनाया है, लेकिन बहुत कम लोग इसकी चर्चा करते हैं. 

विकसित भारत के लिए भारत की कृषि व्यवस्थाओं का आधुनिकीकरण भी उतना ही जरूरी है. हम कृषि क्षेत्र में नई व्यवस्थाएं बनाने के साथ ही PACS जैसी सहकारी संस्थाओं को नई भूमिकाओं के लिए तैयार कर रहे हैं. 

इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सहकारी क्षेत्र में जो प्राण फूंकने की शुरुआत की है.  इसके लिए सबसे पहले लिए गए initiative और अंत में लिए गए initiative, दोनों का शुभारंभ आज उनके करकमलों द्वारा हुआ. देश आजाद हुआ तब से देशभर के सहकारिता क्षेत्र के कार्यकर्ता अनेक पार्टियों की सरकारों से मांग करते रहे कि सहकारिता के लिए एक अलग मंत्रालय की स्थापना हो क्योंकि सहकारिता क्षेत्र को समय के साथ साथ बदलना जरूरी है. इसे प्रासंगिक भी रखना होगा, इसे आधुनिक भी बनाना होगा और इसमें पारदर्शिता भी लानी होगी, लेकिन इस मांग को पूरा नहीं किया गया, जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने तब 70 साल पुरानी मांग को पूरा किया गया और सहकारिता मंत्रालय का स्थापना हुई. 

उन्होंनेआगे कहा कि PACS को मजबूत करने के लिए पीएम ने 2,500 रुपये करोड़ लगाई है.  इसके लिए मैं मोदी जी का धन्यवाद करता हूं. आज पीएम द्वारा 18 हजार PACS की शुरुआत हो रही है.  इसके साथ-साथ विश्व की सबसे बड़ी अन्न भंडारण योजना की भी शुरुआत हो रही है. 
 
क्या है PACS के कंप्‍यूटराइजड के लाभ
बता दें, PACS कंप्‍यूटरीकरण परियोजना में साइबर सुरक्षा के साथ डेटा स्‍टोरेज व क्‍लाउड आधारित एकीकृत सॉफ्टवेयर का विकास किया जायेगा. लोगों की सुविधा के लिए सॉफ्टवेर सभी स्थानीय भाषाओं में भी उपलब्ध होगा. PACS अब पंचायत स्तर पर विभिन्न जन-कल्याणकारी सेवाओं का इनपुट प्रदान करने के लिए एक नोडल सेंटर बनेगा. PACS कंप्‍यूटरीकरण परियोजना में मौजूदा डाक्यूमेंट्स का डिजिटलीकरण, रख-रखाव व प्रशिक्षण दिया जायेगा.  इससे multipurpose PACS को एकाउंटिंग में आसानी होगी. 

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