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शिमला में कर्मयोगी भारत के iGOT प्लेटफॉर्म पर SSB ने 23 नए कोर्स किए लॉन्च, जानें डिटेल

Shimla News: सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने कर्मयोगी भारत के iGOT प्लेटफॉर्म पर 23 नए कोर्स लॉन्च किए हैं. पढ़ें पूरी डिटेल..

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शिमला में कर्मयोगी भारत के iGOT प्लेटफॉर्म पर SSB ने  23 नए कोर्स किए लॉन्च, जानें डिटेल
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Muskan Chaurasia|Updated: May 30, 2024, 01:48 PM IST

Shimla News: शिमला में सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने कर्मयोगी भारत के iGOT प्लेटफॉर्म पर 23 नए कोर्स लॉन्च किए हैं. इन सभी कोर्स का मुख्य उद्देश्य योग्यता अंतर को पाटना और अधिकारियों की अनूठी जरुरतों और आकांक्षाओं को पूरा करना है. ये कोर्स नियम-आधारित दृष्टिकोण से भूमिका-आधारित प्रशिक्षण पद्धति में परिवर्तनकारी बदलाव की सुविधा प्रदान करते हैं. 

बता दें कि डॉ. परेश सक्सेना आईजी (प्रशिक्षण) एस.एस.बी. प्रमुख क्षमता निर्माण इकाई के नेतृत्व में पाठ्यक्रम विकसित किए हैं, जो अंग्रेजी और हिंदी दोनों में उपलब्ध हैं. ये सभी बहुत ही प्रभावशाली कोर्स है. इसे पूरा करने के बाद लोक सेवक अपने कार्यक्षेत्र में कुशलता प्राप्त कर रहे हैं.

कसुम्पटी के दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र ने शुरू किए 11 नए ऑनलाइन कोर्स
शिमला के कसुम्पटी स्थित दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र के द्वारा इन 23 नए कोर्स में से 11 कोर्स बनाए गए है. जिसमें CCTV, ऑप्टिकल फाइबर लिंक, कंप्यूटर और प्रिंटर मरम्मत, रोबोट, ई-वेस्ट प्रबंधन, RF एंटीना, मेस शिष्टाचार  जैसे  महत्वपूर्ण कोर्स आदि शामिल है. 

कमान अधिकारी प्रेम नारायण चौरसिया ने बताया कि ये सभी कोर्स राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न सरकारी कार्यालयों व संस्थानों में कार्यरत लोक सेवकों को उनके पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने व आवश्यक कौशल और ज्ञान से सशक्त बनाने के लिए दूरसंचार प्रशिक्षण केंद्र, सशस्त्र सीमा बल, कसुम्पटी, शिमला द्वारा  तैयार किए गए हैं.

iGOT प्लेटफॉर्म तैयार करेगा देश के लिए कर्मयोगी  
सहायक कमांडेंट(प्रशिक्षण) नीरज चौहान के अनुसार, इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य विशिष्ट कौशल अंतराल को संबोधित करके और प्रशिक्षण फोकस को सख्त नियमों से व्यावहारिक अनुप्रयोगों में स्थानांतरित करके सरकारी पेशेवरों को सशक्त बनाना है. 

इनमें से कुछ पाठ्यक्रम सिविल सेवा क्षेत्र के भीतर एक स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं. इन कोर्सो के निर्माण में सब-इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, सहा. सब-इंस्पेक्टर प्रभात कुमार साहु, सहा. सब-इंस्पेक्टर अंजनी नन्दन शरण मिश्रा, हैड कांस्टेबल मुकेश कुमार व कांस्टेबल अनिल कुमार  का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.

रिपोर्ट- समीक्षा कुमारी, शिमला

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