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Mangala Gauri Vrat 2022: सावन का पहला मंगलवार कल, करें महादेव के साथ मां पार्वती की पूजा

Mangala Gauri Vrat 2022:  सावन में पड़ने वाले हर मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है. मान्यताओं के अनुसार, मंगला गौरी व्रत पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थय के लिए शादीशुदा महिलांए रखती हैं.

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Mangala Gauri Vrat 2022: सावन का पहला मंगलवार कल, करें महादेव के साथ मां पार्वती की पूजा
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Zee Media Bureau|Updated: Jul 18, 2022, 09:12 PM IST

Mangala Gauri Vrat 2022: सावन का महीना शुरू हो चुका है. आज यानी 18 जुलाई को सावन का पहला सोमवार पड़ा. ऐसे में देश के तमाम शिव मंदिरों में लोगों ने पूजा की. भक्तों ने शिवलिंग पर जल चढ़ाकर शिव जी मनोकामनाएं मांगी. वहीं, कल यानी 19 जुलाई को सावन का पहला मंगलवार है. ऐसे में इस दिन को मंगला गौरी व्रत के नाम से जाना जाता है. 

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बता दें, सावन में पड़ने वाले हर मंगलवार को यह व्रत रखा जाता है. मान्यताओं के अनुसार, मंगला गौरी व्रत पति की लंबी आयु और अच्छे स्वास्थय के लिए शादीशुदा महिलांए रखती हैं. इसके साथ ही कुवांरी लड़कियां भी अपने होने वाले पति के लिए व्रत रखती है. 

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इस व्रत को महिलाएं पति के साथ संतान प्राप्ति के लिए भी रखती हैं. इस व्रत को रखने से लोगों को तमाम परेशानियों और कष्ट से छुटकारा मिलता है. सावन का पहला मंगला गौरी व्रत 19 जुलाई को, तो वहीं आखिरी 9 अगस्त को है. 

शुभ मुहूर्त
सिद्धि योग-19 जुलाई 2022 को सुबह 5.35 मिनट से लेकर दोपहर 12.12 मिनट तक. 
रवि योग-सुबह 05.35 मिनट से दोपहर 12.12 मिनट तक.
सुकर्मा योग-दोपहर 01.44 मिनट से शुरू होकर पूरी रात. 

प्रथम मंगला गौरी व्रत-19 जुलाई 2022
दूसरा मंगला गौरी व्रत-26 जुलाई 2022
तीसरा मंगला गौरी व्रत-2 अगस्त 2022
चतुर्थी मंगला गौरी व्रत-9 अगस्त 2022

जानें क्या है पूजा विधि
1. सबसे पहले आप सुबह उठकर नहा लें और साफ कपड़े पहनकर व्रत का संकल्प लें. 
2. अब अपने मंदिर में मां मंगला गौरी की फोटो एक लाल कपड़े के चौकी पर रखें. 
3. अब मां को 16 मालाएं, लौंग, सुपारी, पान, नारियल, लड्डू, सुहाग के सामान, 16 चूड़ियां अर्पित करें. 
4. अब मां का ध्यान करें और दीपक जलाएं. 
5. आखिरी में आरती करें और प्रसाद का वितरण करें. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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