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Himachal News: नालागढ़ में आवार पशुओं से लोग परेशान, सरकार व प्रशासन से उठाई मांग

Nalagarh News: हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ में करोड़ों रुपए खर्च करके बनाई गई कैटल सेंचुरी के बावजूद भी आवारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं.लोगों ने पशुओं से निजात दिलाने की मांग उठाई. 

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Himachal News: नालागढ़ में आवार पशुओं से लोग परेशान, सरकार व प्रशासन से उठाई मांग
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Muskan Chaurasia|Updated: Jul 17, 2024, 08:25 PM IST

Nalagarh News: प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा करीबन 4 करोड़ रुपए खर्च करके हांडा कुंडी में कैटल सेंचुरी का निर्माण करवाया गया था. हालांकि सरकार के दावे हैं कि पूरे ओद्योगिक क्षेत्र को आवारा पशुओं से मुक्त कर दिया गया है, लेकिन सरकारी दावों की पोल बद्दी मार्ग, पंजहरा मार्ग व नालागढ़ के रोपड़ मार्ग पर जगह-जगह आवारा पशु सड़कों पर घूमते हुए दिखाई देते हैं, जो कि इस सरकारी दावों की पोल खोल रहे हैं. 

लोगों ने प्रशासन और सरकार पर भी सवालिया निशान उठाते हुए कहा है कि सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करके हांडा कुंडी में कैटल सेंचुरी का निर्माण करवाया, लेकिन पूरे औद्योगिक क्षेत्र बद्दी बरोटीवाला नालागढ़ में सरकार और प्रशासन आवारा पशुओं से निजात दिलाने के बड़े-बड़े दावे तो करते हैं, लेकिन इन दावों की पोल क्षेत्र में घूम रहे आवारा पशु खोल रहे हैं.

लोगों का कहना है कि आवारा पशु अभी पहले की ही तरह सड़कों पर घूमते हैं, जिसके कारण आए दिन हादसों के होने का खतरा बना हुआ है. स्थानीय लोगों की माने तो कैटल सेंचुरी में सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च किया गया है लेकिन इसके बावजूद भी अभी भी सैकड़ों की तादाद में आवारा सांड सड़कों पर घूम रहे हैं, जिसके कारण कई लोगों की मौत भी हो चुकी है और आए दिन जब यह आवारा पशु आपस में लड़ते हैं, तो सड़क पर आ जा रहे लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं. 

स्थानीय लोगों ने क्षेत्र में आवारा घूमते पशुओं से जल्द निजात दिलाने की मांग उठाई है और स्थानीय प्रशासन को चेतावनी देकर कहा है कि अगर जल्दी आवारा पशुओं से निजात नहीं दिलवाई गई तो वह एक बड़ा आंदोलन करने को भी मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी. 

लोगों का कहना है कि गौ माता के नाम पर अलग-अलग गौ सदन बनाए गए हैं, लेकिन चुनावों के समय पर तो गौ माता के नाम पर खूब राजनीति होती है, लेकिन जब चुनाव बीत जाते हैं और लोग जीत जाते हैं तो गौ माता का मुद्दा भी हवा हो जाता है.

उन्होंने कहा है कि सरकार द्वारा भी गौ सेवा के नाम पर कई प्रकार के टैक्स वसूले जा रहे हैं, जिसका जमीनी स्तर पर कोई भी असर होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है. उन्होंने सरकार से भी गाय को रखने के लिए अलग बचत के प्रावधान की मांग उठाई है. 

रिपोर्ट- नंद लाल, नालागढ़

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