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Himachal Pradesh: भारत सरकार ने तय किया टीबी उन्मूलन का लक्ष्य, प्रदेश में किए जा रहे खास इंतजाम

Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में भारत सरकार के टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए प्रदेश में कई तरह की तैयारियां की जा रही हैं.

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Himachal Pradesh: भारत सरकार ने तय किया टीबी उन्मूलन का लक्ष्य, प्रदेश में किए जा रहे खास इंतजाम
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Poonam |Updated: Mar 22, 2023, 12:43 PM IST

भूषण शर्मा/नूरपुर: एसडीएम गुरसिमर सिंह ने मिनी सचिवालय मे बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 'टीबी मुक्त भारत' अभियान को जन आंदोलन बनाने की आवश्यकता है. 

एसडीएम गुरसिमर सिंह ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान को उच्च प्राथमिकता देना और इस अभियान को जनआंदोलन बनाना सभी नागरिकों का कर्तव्य है. यह उदगार उन्होंने आज मंगलवार को एसडीएम कार्यालय के सभागार में नूरपुर स्वास्थ्य खण्ड द्वारा क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए.

भारत सरकार ने तय किया टीबी उन्मूलन का लक्ष्य 
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य तय किया है. इस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को टीबी रोगियों की पहचान करने के लिए चलाए जा रहे अभियान को और व्यापक तरीके से चलाने व इसे सफल बनाने के लिए समाज में जागरूकता बढ़ाने के साथ अन्य विभागों व लोगों को इससे जोड़ने पर जोर दिया. उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों और ईंट भट्ठों में काम करने वाले लोगों में टीबी की नियमित जांच को जरूरी बनाने हेतु विशेष ध्यान देने पर भी बल दिया. 

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टीबी रोगियों के लिए किए जा रहे खास इंतजाम 
एसडीएम ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीबी रोगियों को निशुल्क उपचार के साथ निक्षय पोषण योजना के तहत 6 माह तक निक्षय मित्र पोषण किट उपलब्ध करवाई जा रही है. उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों से टीबी रोगियों की मदद के लिए अन्य विभागीय अधिकारियों को भी जोड़ कर उन्हें निक्षय मित्र बनाने का आग्रह किया.

युवा पीढ़ी भी हो रही टीबी से ग्रसित
एसडीएम ने कहा यह चिंता की बात है कि टीबी रोग से युवा पीढ़ी भी ग्रसित हो रही है. उन्होंने बताया कि नूरपुर स्वास्थ्य खण्ड में वर्तमान में 113 टीबी रोगी उपचाराधीन हैं. इस बीमारी की रोकथाम संभव है. उन्होंने कहा कि समाज में इस बीमारी को लेकर अभी भी हीन भावना है. इस भ्रम को समाज से दूर करने के लिए विशेष प्रयास करने की जरूरत है.

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