Home >>Himachal Pradesh

Sirmour News: एनएच 707 से बस गुजारना हुआ मुश्किल, उतारनी पड़ी सवारियां

Sirmour Bus: हिमाचल के सिरमौर में एनएच 707 से बस गुजारना मुश्किल हो गया है. जिसकी कई सारी वीडियो वायरल हो रही है. जिसमें रास्ते खराब होने के कारण सवारियों को बस से नीचे उतरना पड़ा.  

Advertisement
Sirmour News: एनएच 707 से बस गुजारना हुआ मुश्किल, उतारनी पड़ी सवारियां
Stop
Muskan Chaurasia|Updated: Aug 27, 2023, 02:57 PM IST

Sirmour Latest News: सिरमौर जिले के शिलाई के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग 707 पर रोंगटे खड़े करने वाली तस्वीर वायरल हो रही है. यहां गंगटोली के समीप सड़क के बेहद तंग हिस्से पर एचआरटीसी की एक बस से एक सवारियां उतरते वीडियो वायरल हो रहा है. 

दरअसल सड़क की बे-तरकीब कटिंग की वजह से सड़क इतनी तंग हो गई है कि यहां से सवारी भरी बसों का गुजरना मुश्किल हो गया है. ऐसे में सवारी से भरी बस यहां पर फंस गई और सवारी की जान बचाने के लिए गहरी खाई की तरफ को बस से उतरना पड़ा. 

एचआरटीसी बस से उतरती सवारियों कि यह तस्वीर किसी स्टॉपेज कि नहीं है. जिस सड़क पर बस खड़ी है वह कोई लिंक रोड भी नहीं है. बता दें, ये खबर राष्ट्रीय राजमार्ग 707 की है. जिसके कई फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं. ऐसे में ये कई सवाल खड़े कर रहे हैं कि क्या कोई राष्ट्रीय राजमार्ग इतना तंग (संकरा) हो सकता है ? और सवारियों को यहां ऐसे हालात में बस से क्यों उतारा जा रहा है. आखिर सवारियों को ऐसी जगह क्यों उतर जा रहा है, जहां पैर टिकाने की जगह भी नहीं है. 

दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग 707 के चौड़ीकरण का काम चल रहा है, लेकिन कंपनी के लापरवाह रवैया के चलते यहां सड़क की चौड़ाई लिंक रोड से भी कम रह गई है.  तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि यदि बस के पिछले पहिए दो फीट भी आगे सरके तो दुर्घटना निश्चित है.  ऐसे में चालक ने बस को थोड़ा सा पीछे रोका और आनन-फानन में सवारियों को बस से उतार दिया गया.  हालांकि बस से सवारियों को उतरना भी उतना ही जोखिम भरा था जितना बस को आगे ले जाना. मगर यहां कोई दूसरा ऑप्शन ना होने के कारण सवारियों को ही बस से उतर गया.  तब अनहोनी की संभावना को टाला जा सका.

हैरानी की बात यह है कि वीडियो वायरल होने के बावजूद भी ना तो सड़क को ठीक करने का काम शुरू हुआ है ना ही प्रशासन ने लापरवाह कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही की है लोग अब भी जान हथेली पर रखकर इस टांग मार्ग से गुजरने को मजबूर है. प्रशासन और कंपनी का रवैया देखकर लगता है कि खराब हालात को दुरुस्त करने के लिए किसी अनहोनी का इंतजार किया जा रहा है. 

Read More
{}{}