Agneepath Scheme Protest: केंद्र सरकार की सेना भर्ती की नई नीति अग्निपथ का देश के कई राज्यों में जोरदार विरोध प्रदर्शन हो रहा है. भारतीय सेना जिंदाबाद और मोदी सरकार मुर्दाबाद के लोग जमकर नारे लगा रहे हैं. इसी कड़ी में मोदी सरकार द्वारा सेना भर्ती के लिए बनाई गई नई नीति अग्निपथ का हिमाचल प्रदेश में भी जोरदार विरोध हुआ.
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प्रदेश के ऊना के कुटलैहड़ विधानसभा के बगाना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कुछ समय के लिए सड़क ब्लॉक कर इसका विरोध किया. विरोध के दौरान अग्निपथ नीति को लेकर भारतीय सेना जिंदाबाद और मोदी सरकार मुर्दाबाद के भी लोगों ने खूब नारे लगाए. पार्टी नेताओं ने इस नीति को वापस लिए जाने और सेना भर्ती की रुकी हुई लिखित परीक्षा जल्द किए जाने की मांग की
केंद्र की मोदी सरकार ने सेना भर्ती के लिए नई नीति अग्निपथ को मंजूरी दी है, लेकिन इस नीति के मंजूरी मिलने के बाद देशभर में इसे लेकर बवाल उठना शुरू हो गया है. विपक्षी दलों द्वारा तो इसे लेकर हंगामा मचाया ही जा रहा है, लेकिन इसके साथ-साथ देश के युवाओं में भी इस नीति को लेकर विरोध के स्वर उठने शुरू हो गए हैं. विरोध के इसी क्रम में हिमाचल प्रदेश के ऊना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अग्निपथ नीति को लेकर जोरदार विरोध किया. विरोध प्रदर्शन के तहत पार्टी कार्यकर्ता मुख्य सड़क पर ही कुछ समय के लिए बैठ गए और सांकेतिक धरना दिया.
वहीं, सेना भर्ती की लिखित परीक्षा रद्द होने से युवा वर्ग में हिमाचल सरकार के प्रति रोष है. आक्रोषित युवाओं ने अब सरकार के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है. युवा वर्ग सड़कों पर उतर आए है और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. युवाओं ने कहा कि साल 2021 में उन्होंने सेना में भर्ती होने के लिए ग्राउंड उत्तीर्ण किया था, लेकिन उसके बाद आज के दिन तक लिखित परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया है. अब सरकार ने पुरानी भर्तियों को रद्द कर अग्निपथ स्कीम के तहत भर्तियां करने का निर्णय लिया है जोकि युवाओं के साथ अन्याय है.
ऐसे में इसको लेकर युवा वर्ग आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से चंबा के परधीगृह में मिले और अपना मांगपत्र मुख्यमंत्री को दिया. इन युवाओं का कहना है कि केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का ऐलान किया है, जिसमें सेना में भर्ती के चार साल के लिए करने के नियम हैं. चार साल बाद 75 फीसदी युवाओं को रिटायरमेंट और एक मुश्त राशि देकर सेना की सेवाओं से अलग कर दिया जाएगा. इस योजना के तहत पेंशन व अन्य वह सुविधाएं भी नहीं मिलेंगी जो पूर्व सैनिकों को मिलती हैं. ग्राउंड उत्तीर्ण करने के लिए उन्होंने दिन-रात कठिन परिश्रम किया है. उन्होंने मांग की है कि पुरानी भर्ती को रद्द न किया जाए और ग्राउंड उत्तीर्ण करने वालों के लिए लिखित परीक्षा आयोजित करवाई जाए.
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