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कार चोरी होने पर चाहिए उसका पूरा क्लेम, तो इंश्योरेंस के साथ जरूर कराएं ये काम

अपनी कार का इंश्योरेंस कराते वक्त आपको एड-ऑन आरटीआई यानी कि रिटर्न टू इनवॉइस भी लेना चाहिए. रिटर्न टू इनवॉयस लेने का एक सबसे बड़ा फायदा आपको ये मिलेगा कि, कार चोरी होने पर इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा आपको होने वाले नुकसान की भरपाई कार की वास्तविक कीमत के आधार पर की जाएगी.   

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कार चोरी होने पर चाहिए उसका पूरा क्लेम, तो इंश्योरेंस के साथ जरूर कराएं ये काम

नई दिल्ली: कई सारे लोगों की यह इच्छा होती है कि उनके पास एक बढ़िया कार हो. लेकिन कार लेने के साथ साथ उसकी सुरक्षा के बारे में ध्यान देना भी बेहद जरूरी होता है. कार की सुरक्षा के नजरिए से ही वाहनों का इंश्योरेंस काराया जाता है, ताकि किसी आकस्मिक नुकसान की भरपाई की जा सके. लेकिन वक्त के साथ के साथ साथ आपके कार की Add-On वैल्यू भी बढ़ जाती है. ऐसे में अगर आपकी कार चोरी हो जाती है तो सामान्य इंश्योरेंस से उस नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती है. 

इंश्योरेंस लेते वक्त कराएं Add-On RTI

अपनी कार का इंश्योरेंस कराते वक्त आपको एड-ऑन आरटीआई यानी कि रिटर्न टू इनवॉइस भी लेना चाहिए. रिटर्न टू इनवॉयस लेने का एक सबसे बड़ा फायदा आपको ये मिलेगा कि कार चोरी होने पर इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा आपको होने वाले नुकसान की भरपाई कार की वास्तविक कीमत के आधार पर की जाएगी. 

सामान्य इंश्योरेंस में मिलता है कम क्लेम

इस स्थिति को आप एक उदाहरण से समझ सकते हैं. जैसे कि अगर आपने कोई कतार खरीदी जिसकी कीमत 10 लाख है. अब अगर 2 साल बाद आपकी कार खो जाती है तो आप सबसे पहले FIR कराएंगे और फिर इंश्योरेंस क्लेम करेंगे. सामान्य इंश्योरेंस प्लान में कार चोरी हो जाने पर आपको कम क्लेम मिलेगा. इंश्योरेंस की भाषा में इस प्रक्रिया को IDV यानी इंश्योर्ड डिक्लियर्ड वैल्यू कहा जाता है. दो साल पुरानी होने पर भी कार की वैल्यू लगभग 30 फीसदी तक कम हो जाती है. लेकिन अगर आप इंश्योरेंस के साथ साथ क्लूसिव ऐड-ऑन रिटर्न टू इनवॉइस भी लेते हैं तो आपके नुकसान की भरपाई कार की वास्तविक कीमत के आधार पर तय होगी.

क्या है रिटर्न टू इनवॉइस

रिटर्न टू इनवॉइस इंश्योरेंस में एक ऐड-ऑन है जिसके जरिए अगर आपकी कार चोरी हो जाती है तो उस नुकसान की काफी हद तक भरपाई हो सकती है. यह IDV और कार की इनवॉयस वैल्यू या वास्तविक कीमत के बीच अंतर को कम करने काम करता है. 

रिटर्न टू इनवॉइस इंश्योरेंस ऐड ऑन के तहत आपको कार की कुल ऑन रोड प्राइस के बराबर क्लेम मिल सकता है. हालांकि यह सामान्य इंश्योरेंस पॉलिसी से लगभग 10 फीसदी अधिक महंगा पड़ता है लेकिन फायदे की वजह से इसे लेना बेहतर फैसला साबित हो सकता है. अगर आपकी कार अगर तीन साल से अधिक पुरानी है तो आप रिटर्न टू इनवॉइस इंश्योरेंस में एक ऐड-ऑन नहीं ले पाएंगे.

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