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MS Dhoni Birthday: मोहम्मद शमी की बॉल पर धोनी क्यों बोले, 'न जाने कितने मेरे आगे आए और चले गए'

सफलता मिलने के बाद भी महेंद्र सिंह धोनी ने अपने बुरे दिनों को हमेशा याद रखा. धोनी आज भी अपने उन दोस्तों को नहीं भूलें हैं जो तब धोनी के साथ थे जब धोनी कुछ नहीं थे.  

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MS Dhoni Birthday: मोहम्मद शमी की बॉल पर धोनी क्यों बोले, 'न जाने कितने मेरे आगे आए और चले गए'

नई दिल्ली: आज टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं. 2007 और 2011 की ऐतिहासिक विजयों में भारत का नेतृत्व करने वाले माही के जीवन में कई उतार चढ़ाव आए.

टीम सेलेक्शन से लेकर सीनियर खिलाड़ियों के रिटायरमेंट तक में उनका नाम घसीटा गया. मैदान पर भी धोनी से जुड़े कई किस्से प्रचलित हैं लेकिन हम माही के बारे में एक ऐसा वाकया बताने जा रहे हैं जिसका खुलासा तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने खुद किया था.

शमी की एक गेंद से नाराज हो गए थे धोनी

मोहम्मद शमी बताते हैं कि एक टेस्ट मैच में लंच ब्रेक होने वाला था और ब्रेक से पहले वे बाॉलिंग कर रहे थे. ओवर की आखिरी गेंद पर मैंने विकेट लेने के चक्कर में बाउंस बॉल कर दी. ये इतनी तगड़ी बाउंसर हो गई कि विकेट के पीछे खड़े धोनी छलांग लगाकर भी इसे नहीं रोक सके. गेंद सीमा रेखा के बाहर चली गई और आखिरी गेंद पर विरोधी टीम को 4 रन मिल गए.

लंच ब्रेक होने के बाद जब पूरी टीम इंडिया ड्रेसिंग रूम जा रही थी तब रास्ते में धोनी ने गुस्से में उनसे पूछा, 'ये क्या था.' इस पर शमी ने जवाब दिया, 'पाजी गलती हो गई.' धोनी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और कहा कि मेरे सामने कितने आए और चले गए. मुझे बेवकूफ मत समझों. माही को लग रहा था कि शमी ने गैरजिम्मेदाराना गेंद फेकी जिसका नुकसान टीम को हुआ. एमएस धोनी ने भारत का 350 वनडे और 90 टेस्ट मैचों में प्रतिनिधित्व किया.

जब चायवाले ने की एमएस धोनी की मदद

सफलता मिलने के बाद भी महेंद्र सिंह धोनी ने अपने बुरे दिनों को हमेशा याद रखा. धोनी आज भी अपने उन दोस्तों को नहीं भूलें हैं जो तब धोनी के साथ थे जब धोनी कुछ नहीं थे. एक किस्सा है जब धोनी का सेलेक्शन टीम में नहीं हुआ था. वह खड़गपुर स्टेशन पर टीटी थे और वहां रेलवे में नौकरी करने को विवश थे. तो यहां एक थामस नामक चाय वाला धोनी का दोस्त बन गया था जिसने उन्हें प्रेरित किया और उनकी हरसंभव मदद की. धोनी के निराश होने पर वो उन्हें प्रोत्साहित करता था.

आर्थिक मदद करके संवारी चायवाले की जिंदगी

इसके बाद जब धोनी की क्रिकेट दुनिया में पहचान हो गई और उनके लाखों फैंस हो गए. तब एक बार  थोमस धोनी से मिलने आया था. थामस को लगता था कि धोनी उसको पहचान नहीं पायेंगे लेकिन माही ने जैसे ही थामस को देखा तो तुरन्त पहचान लिया. जिसके बाद धोनी ने इसकी बनी चाय पी और धोनी ने रात को स्पेशल डिनर पर थोमस को होटल ले गये. धोनी ने थामस को अपनी चाय की दुकान का नाम धोनी टी स्टाल रखने को बोला. धोनी ने थोमस की आर्थिक मदद भी की ताकि वह अपनी अच्छी सी दुकान को और अच्छा बना सके.

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