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FIFA फुटबॉल विश्वकप के नाम पर हो रही पॉर्नोग्राफिक कल्चर की घुसपैठ, अलकायदा ने इस्लाम के नाम पर की जिहाद की मांग

Al Qaeda demands jihad against FIFA World Cup 2022: आतंकी संगठन अलकायदा ने कतर में खेले जा रहे फुटबॉल के महाकुंभ फीफा विश्वकप 2022 को लेकर लोगों से जिहाद करने की अपील की है और इस टूर्नामेंट को इस्लामिक कल्चर में घुसपैठ और पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ चलाया जाने वाला एक पॉर्नोग्रॉफिक कैंपेन बताया है.

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FIFA फुटबॉल विश्वकप के नाम पर हो रही पॉर्नोग्राफिक कल्चर की घुसपैठ, अलकायदा ने इस्लाम के नाम पर की जिहाद की मांग

Al Qaeda demands jihad against FIFA World Cup 2022: कतर में खेले जा रहे फुटबॉल के महाकुंभ फीफा विश्वकप 2022 को लेकर आतंकी संगठन अलकायदा ने बड़ी धमकी दे डाली है और अलकायदा को फॉलो करने वाले फॉलोअर्स से अपील की है कि वो इसके खिलाफ जिहाद करें. पत्रकार वसीम नस्र की ओर से छापी गई रिपोर्ट में ग्रुप की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि कतर में विश्वकप के माध्यम से इस्लामिक मान्यताओं और कम्युनिटी में पॉर्नोग्राफिक कल्चर की घुसपैठ कराने की कोशिश की जा रही है, जिसे दखते हुए वक्त आ गया है कि लोग इस घुसपैठ के खिलाफ जिहाद करें.

अलकायदा कर रहा है जिहाद करने की मांग

उल्लेखनीय है कि यह आतंकी संगठन उसे फॉलो करने वाले लोगों से कतर में यात्रा करने वाले लोगों पर हमला करने की वकालत करता नजर आ रहा है जो कि काफी डराने वाला है. अलकायदा की ओर से जारी किये गये बयान में कहा गया है कि इन लोगों का काम करने का तरीका हमारे लिये और हमारी मान्यताओं को मानने वाले रूढ़िवादी समाज के लिये पूरी तरह से एलियन है. सिर्फ मुस्लिम ही इन लोगों के खिलाफ पथराव कर अपना सही काम कर सकते हैं.

मुस्लिम संस्कृति को खतरे में डालने का लगाया आरोप

इस आतंकी संगठन ने पश्चिमी सभ्यता पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब ये लोग भौतिक रूप से कब्जा नहीं कर सके तो अब सांस्कृतिक घुसपैठ करना चाहते हैं और हमारे विश्वास और परंपराओं पर सवाल खड़े कर लोगों के बीच वैचारिक युद्ध छेड़ना चाहते हैं. उनका सबसे बड़ा उद्देश्य है हमारी विरासत में पॉर्नोग्राफी और समलैंगिगकता को आम बताकर इसे नष्ट करना और ऐतिहासिक इमारतों को खतरे में डालना. 

विश्वकप नहीं पैगंबर के खिलाफ चल रहा पॉर्नोग्राफिक कैंपेन

इस आतंकी संगठन का मानना है कि इस घुसपैठ के लिये मिडिल ईस्ट देश जिम्मेदार हैं और यह पूरा टूर्नामेंट पैगम्बर मोहम्मद के खिलाफ एक पॉर्नोग्राफिक कैंपेन है. गौरतलब है कि विश्वकप आयोजकों ने टूर्नामेंट के आगाज से पहले सभी का स्वागत करने की बात कही थी लेकिन बाद में खतरे को देखते हुए उसने भी कपड़े पहनने और साथ बैठने को लेकर कई तरह के प्रतिबंध लागू कर दिये हैं.

कतर ने पहले मैदान में बैठकर शराब पीने की बात कही थी लेकिन आखिरी समय पर उसने स्टेडियम में शराब की बिक्री न करने का फैसला लिया. वहीं महिलाओं को ऐसे कपड़े पहनने से रोका गया है जिसमें उनके कंधे, पेट का हिस्सा और घुटने या उसके नीचे का हिस्सा नजर आता है. वहीं फीफा की वेबसाइट भी कतर के कानून का सम्मान करने की सलाह दे रही है.

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