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कौन है PFI मेंबर मोहम्मद गौस नायाजी? RSS कार्यकर्ता की हत्या का है आरोप, 8 सालों की कड़ी मशक्कत के बाद NIA ने किया गिरफ्तार

आठ सालों की कड़ी मशक्कत के बाद नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने चरमपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्य मोहम्मद गौस नायाजी को गिरफ्तार कर लिया है. NIA ने मोहम्मद गौस नायाजी पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था. 

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कौन है PFI मेंबर मोहम्मद गौस नायाजी? RSS कार्यकर्ता की हत्या का है आरोप, 8 सालों की कड़ी मशक्कत के बाद NIA ने किया गिरफ्तार
Pramit Singh|Updated: Mar 03, 2024, 12:44 PM IST

नई दिल्लीः आठ सालों की कड़ी मशक्कत के बाद नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने चरमपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्य मोहम्मद गौस नायाजी को गिरफ्तार कर लिया है. NIA ने मोहम्मद गौस नायाजी पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था. मोहम्मद गौस नायाजी पर साल 2016 में बेंगलुरु में आरएसएस नेता रुद्रेश की हत्या का आरोप है. इस हत्याकांड के बाद गौस नायाजी फरार हो गया था. इसके बाद वह अलग-अलग देशों में रह रहा था. 

विदेशों में भी लगातार लोकेशन बदल रहा था गौस नायाजी
लगातार अपनी लोकेशन बदलने की वजह से गौस नायाजी की गिरफ्तारी में करीब-करीब आठ सालों का समय लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो गौस नायाजी को साउथ अफ्रीका से गिरफ्तार किया गया है. गौस नायाजी साउथ अफ्रीका में छूपा है, इस बात की जानकारी सबसे पहले गुजरात एटीएस ने हासिल की थी. इसके बाद गौस नायाजी को गिरफ्तार करने के बाद मुंबई लाया गया है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर गौस नायाजी कौन है. 

RSS नेता रुद्रेश के हत्याकांड का मास्टरमाइंड है रुद्रेश
रिपोर्ट्स की मानें, तो गौस नायाजी को साल 2016 में बेंगलुरु में हुए आरएसएस नेता रुद्रेश की हत्याकांड का मास्टरमाइंड माना जाता है. रिपोर्ट्स की मानें, तो अक्टूबर 2016 में रुद्रेश संघ के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान प्रतिबंधित संगठन PFI के चार सदस्यों ने उन पर हमला कर दिया. इस हमले में रुद्रेश की मौत हो गई थी. रिपोर्ट्स के अनुसार रुद्रेश के हत्या की साजिश कर्नाटक के हेब्बाल विधानसभा क्षेत्र के सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष गौस नायाजी और एक अन्य PFI सदस्य असीम शरीफ ने रची थी. 

रुद्रेश की हत्या को बताया था RSS के खिलाफ पवित्र जंग
41 वर्षीय गौस नायाजी बेंगलुरु के आरटी नगर का रहने वाला है. वह अपने समर्थकों के बीच गौस भाई के रूप में फेमस है. रिपोर्ट्स की मानें, तो गौस नायाजी और पीएफआई के अन्य सदस्य, इन दोनों ने मिलकर PFI के चार सदस्यों को समझाया था कि अगर वे रुद्रेश की हत्या कर देते हैं, तो इससे RSS में दहशत का माहौल फैल जाएगा. 

इस दौरान हत्यारों को यह समझाया गया था कि रुद्रेश की हत्या RSS के खिलाफ पवित्र जंग है. इस हत्याकांड के बाद गौस नायजी भारत छोड़कर भाग गया था. इसके बाद से NIA को उसकी तलाश थी. NIA ने गौस नायजी पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. 

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