trendingNow1zeeHindustan1579430
Hindi news >> Zee Hindustan>> राष्ट्र

इस जाति की लड़कियां नहीं कर सकेंगी मोबाइल का यूज, जानें कहां दिया गया आदेश

गुजरात में लड़कियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर बैन लग गया है. इसका मतलब है कि अब गुजरात की लड़कियां मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगी. यह फैसला गुजरात के एक समुदाय ठाकोर समुदाय ने लिया है. ठाकोर समुदाय ने यह फैसला कांग्रेस विधायक वाव गेनीबेन ठाकोर की उपस्थिति में पारित किया.

Advertisement
इस जाति की लड़कियां नहीं कर सकेंगी मोबाइल का यूज, जानें कहां दिया गया आदेश

नई दिल्लीः गुजरात में लड़कियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर बैन लग गया है. इसका मतलब है कि अब गुजरात की लड़कियां मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगी. यह फैसला गुजरात के एक समुदाय ठाकोर समुदाय ने लिया है. ठाकोर समुदाय ने यह फैसला कांग्रेस विधायक वाव गेनीबेन ठाकोर की उपस्थिति में पारित किया. 

'नए परंपराओं में सुधार लाने के लिए उठाया गया कदम'
ठाकोर समुदाय का मानना है कि नए परंपराओं में सुधार लाने के लिए यह कदम उठाना नितांत आवश्यक था और समुदाय ने प्रस्ताव पारित करते हुए यह फैसला लिया है. साथ ही प्रेम संबंधों, लड़कियों और लड़कों के बीच दोस्ती, या अंतरजातीय विवाहों का उल्लेख किए बिना समुदाय का विचार था कि मोबाइल फोन के इस्तेमाल से नाबालिग लड़कियों में बहुत सारी गलत चीजें हो रही हैं, और इसलिए उन्हें सेल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए. 

भाभर तालुका के लुनसेला गांव में बुलाई गई बैठक
इस फैसले को पारित करने के लिए बनासकांठा जिले के भाभर तालुका के लुनसेला गांव में एक ठाकोर समुदाय की एक बैठक बुलाई गई. बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि सगाई और विवाह समारोहों में अनुमति प्राप्त मेहमानों की संख्या को सीमित किया जाना चाहिए और इस तरह के समारोहों में 11 लोगों को शामिल करने की अनुमति दी जानी चाहिए. प्रत्येक गांव जहां ठाकोर समुदाय के लोगों की अच्छी संख्या है. वहां, सामूहिक विवाह की व्यवस्था करनी चाहिए, और शादी और सगाई पर खर्च को नियंत्रित किया जाना चाहिए. शादी में कोई डीजे साउंड सिस्टम नहीं रखा जाना चाहिए.

सगाई के बाद संबंध तोड़ने वालों पर लगना चाहिए जुर्माना
साथ ही इस पंचायत में यह फैसला लिया गया कि समुदाय को उन परिवारों पर जुर्माना लगाना चाहिए, जो सगाई के बाद संबंध तोड़ते हैं. ऐसे में जुर्माने के रूप में एकत्रित धन का उपयोग शिक्षा और सामुदायिक सुविधाओं के निर्माण के लिए किया जाना चाहिए. यदि लड़कियां उच्च शिक्षा के लिए शहर जा रही हैं, तो गांव के समुदाय के सदस्य उनके लिए परिवहन की व्यवस्था करें, जैसा कि प्रस्ताव में उल्लेख किया गया है.

ये भी पढ़ेंः दिल्ली से बिहार जा रही 20 साल की लड़की से मदद के बहाने किया बलात्कार, हालत नाजुक

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप. 

Read More
googletag.cmd.push(function() { googletag.display(interstitialSlot)})