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चुनाव से पहले इस राज्य में भाजपा नेताओं में मचा घमासान, आज दौरे पर पहुंचेंगे जेपी नड्डा

कर्नाटक में मई 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं. पर राज्य के भाजपा नेताओं के बीच में ही घमासान मचा हुआ है. दिग्गज नेता नाराज हैं क्योंकि आलाकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को बड़ी जिम्मेदारी देने का मन बनाया है. जेपी नड्डा की यात्रा के दौरान सबकी निगाहें इस बात पर बनी रहेगी कि वो बीएस येदियुरप्पा को लेकर क्या कहते हैं.

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चुनाव से पहले इस राज्य में भाजपा नेताओं में मचा घमासान, आज दौरे पर पहुंचेंगे जेपी नड्डा

नई दिल्ली. कर्नाटक भाजपा के नेताओं के बीच जमकर घमासान मचा हुआ है. इसने भाजपा आलाकमान को चिंतित कर रखा है. एक ओर कर्नाटक में मई 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं और वहीं दूसरी ओर कई दिग्गज नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को बड़ी जिम्मेदारी देने के आलाकमान के फैसले के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.

गुरुवार को कर्नाटक के दौरे पर जा रहे जेपी नड्डा की सबसे बड़ी कोशिश सभी नेताओं को एकजुट करने की होगी, जिससे पार्टी में मचे घमासान को थामने की होगी.

क्या है नड्डा का कार्यक्रम
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार के अपने कर्नाटक दौरे के दौरान शाम को साढ़े पांच बजे के लगभग बेंगलुरु में विजय संकल्प यात्रा का उद्घाटन करेंगे. विजय संकल्प यात्रा के बाद वे बेंगलुरु में ही गणपति मंदिर से रोड शो करते हुए गवर्नमेंट कॉलेज ग्राउंड में जनसभा को संबोधित करेंगे. 

इस बात पर सबकी नजर
जेपी नड्डा की यात्रा के दौरान सबकी निगाहें इस बात पर बनी रहेगी कि वो बीएस येदियुरप्पा को लेकर क्या कहते हैं और वर्तमान मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की भूमिका को लेकर क्या बोलते हैं.

भाजपा ने क्यों किया येदियुरप्पा को आगे
दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के गणित और जीत की संभावना को लेकर पार्टी और इससे जुड़े अन्य संगठनों ने सर्वे कराया. सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर भाजपा हाईकमान ने पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा को राज्य में चुनाव प्रचार अभियान समिति का चेयरमैन बनाने की तैयारी शुरू कर दी. लेकिन इस बात की भनक लगते ही भाजपा के कई नेताओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

क्यों चिंतित है पार्टी
भाजपा के लिए सबसे बड़ी चिंताजनक बात यह है कि येदियुरप्पा को महत्व देने के फैसले का विरोध करने वाले नेताओं में लिंगायत, वोक्कालिंगा और ओबीसी समाज से आने वाले कई बड़े नेता शामिल हैं. कर्नाटक की बोम्मई सरकार में शामिल कई मंत्रियों से लेकर राष्ट्रीय टीम में शामिल पदाधिकारी तक पार्टी आलाकमान से अपनी नाराजगी का इजहार कर चुके हैं. यही वजह है कि अब जेपी नड्डा स्वयं सभी नेताओं को एकजुट करने के मिशन में लग गए हैं.

(स्रोत-आईएएनएस)

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