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Japanese Toilet: सुर्खियों में है जापान का ये टॉयलेट, जिसकी खासियत जानकर लोग कर रहे हैं तारीफ

Environment friendly toilet: रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जापानी टॉयलेट से हर साल इस देश में लाखों लीटर पानी की बचत होती है. ऐसे में अगर हर घर में ये वाला टॉयलेट इंस्टाल कराया जाए तो दुनिया में पानी की समस्या काफी हद तक कम हो सकती है.

जापानी टॉयलेट और कमोड की खासियत की तस्वीर वायरल हो रही है...
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Zee News Desk|Updated: Oct 14, 2022, 10:46 AM IST

Japanese Toilet: आप सभी ने अपनी सुविधा के हिसाब से अपने घरों में वाशरूम (Washroom) बनवाया होगा. वाशरूम में नए अंदाज के मॉर्डन फिटिंग्स की एंट्री हो चुकी है. यहां बात ऐसे जापानी इकोफ्रेंडली टॉयलट की जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. जापानी तकनीक का इस्तेमाल दुनियाभर में दशकों से पूरे भरोसे के साथ हो रहा है. इलेक्ट्रानिक्स हो या इनोवेशन हर मामले में जापानी प्रोडक्ट्स का कोई तोड़ नहीं है. 

चर्चा में जापानी टॉयलेट

फिलहाल बात एक जापानी टॉयलेट की जो हर साल लाखों लीटर पानी बचाने की अपनी खासियत के चलते चर्चा में बना हुआ है. इसे लेकर यह दावा भी किया गया है कि पर्यावरण के अनुकूल इस टॉयलेट के डिजाइन से वाशरूम में जगह की बचत होती है. कॉम्पैक्ट वॉशरूम का उल्लेख करते हुए एक ट्वीट में दावा किया गया कि जापान ऐसे टॉयलेट का बड़े पैमाने पर उपयोग करके कई सालों से लाखों लीटर पानी बचा रहा है.

कमोड में क्या है खास?

जापान के टॉयलेट में लगे इस कमोड की तस्वीर को अगर आप ध्यान से देखेंगे तो इस शीट में एक फ्लश टैंक है जिसके ऊपर एक हैंडवाशिंग सिंक लगा है. इसमें लगे एक पाइप की वजह से हाथ धोने से निकलने वाला साबुन का पानी टॉयलेट में बहने के बजाए फ्लश टैंक में जाता है. इस प्रक्रिया से रोज कई लीटर पानी की बचत होती है. गौरतलब है कि इस सिंक पर लगे नल का पानी ताजा होता है. लेकिन टॉयलेट के इस डिजाइन की वजह से रोज काफी पानी बच जाता है या उसका सही इस्तेमाल हो जाता है.

फ्लश में होते हैं दो बटन एक छोटा और एक बड़ा क्यों?

कई फ्लश में एक बड़ा और एक छोटा बटन होता है लेकिन आपने सोचा है कि आखिर ऐसा क्यों होता है? आज हम आपको बताएंगे कि ऐसा क्यों होता है? दरअसल मॉर्डन टॉयलेट्स में दो तरह के लीवर्स या बटन होते हैं और दोनों बटन, एक एक्जिट वॉल्व (Exit Valve) से जुड़ा होता है. बड़े बटन को प्रेस करने से करीब 6 लीटर पानी निकलता है वहीं छोटे बटन को दबाने से 3 से 4.5 लीटर पानी निकलता है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर Single Flush के बजाए Dual Flushing अपनाया जाये तो पूरे साल में करीब 20 हजार लीटर पानी की बचत हो सकती है. Dual Flush कॉन्सेप्ट के बारे में बात करें तो यह अमेरिकी इंडस्ट्रीयल डिजाइनर Victor Papanek के दिमाग से आया है. साल 1976 में विक्टर ने अपनी मशहूर किताब ‘Design For The Real World’ में इसका जिक्र किया था.

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