trendingNow11855792
Hindi News >>दुनिया
Advertisement

US: राष्ट्रपति बनते ही डोनाल्ड ट्रंप को माफ कर दूंगा, भारतीय मूल के इस शख्स ने दिया बयान..मचा तहलका

Vivek Ramaswamy: विवेक रामास्वामी का कहना है कि मुझे लगता है कि जिस जासूसी अधिनियम के तहत ट्रंप पर आरोप लगाया गया था, वह हमारे इतिहास में सबसे गैर-अमेरिकी कानून है.

US: राष्ट्रपति बनते ही डोनाल्ड ट्रंप को माफ कर दूंगा, भारतीय मूल के इस शख्स ने दिया बयान..मचा तहलका
Stop
Gaurav Pandey|Updated: Sep 04, 2023, 09:14 PM IST

Donald Trump America: अमेरिका में अगले राष्ट्रपति चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं. रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार की रेस में शामिल भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी लगातार अपने बयानों से चर्चा में बने हुए हैं.इसी कड़ी में  विवेक रामास्वामी ने कहा कि जासूसी अधिनियम तहत पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर लगाया गया आरोप अमेरिका के इतिहास में "सबसे गैर-अमेरिकी कानून है. 2024 में सत्ता में आने पर ट्रम्प को माफ करने की बात कहने वाले 38 वर्षीय रामास्‍वामी ने एबीसी न्यूज को बताया कि बुरे फैसले और अपराध के बीच अंतर है.

जासूसी अधिनियम के तहत ट्रंप पर आरोप
दरअसल, रामास्वामी ने कहा कि मुझे लगता है कि जिस जासूसी अधिनियम के तहत ट्रंप पर आरोप लगाया गया था, वह हमारे इतिहास में सबसे गैर-अमेरिकी कानून है. रामास्वामी का यह भी कहना है कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो वह डोनाल्ड ट्रंप को माफ कर देंगे. ट्रंप पर अमेरिकी जासूसी अधिनियम के 37 उल्लंघनों का आरोप लगाया गया है. इनमें से 31 गुप्त या अति गोपनीय वर्गीकृत दस्तावेजों से संबंधित हैं. उन पर न्याय में बाधा डालने, साजिश रचने, छुपाने और झूठे बयान देने का भी आरोप लगाया गया है, लेकिन उन्होंने खुद को निर्दोष बताया है.

विवेक रामास्वामी ने क्या कहा
हाल के कुछ राष्ट्रीय चुनावों में रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों में दूसरे स्थान पर रहने वाले रामास्वामी ने कहा कि वह इस बात के पक्ष में नहीं हैं कि रिपब्लिकन फ्रंट-रनर को उनके खिलाफ अभियोगों के कारण दौड़ से बाहर कर दिया जाए. उन्होंने कहा कि देश को "प्रतिशोध से प्रेरित अभियोजन" चलाने के बजाय "आगे बढ़ने" पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. अपने पूरे अभियान में साथी रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी ट्रंप की प्रशंसा करने वाले रामास्वामी ने कहा कि दोनों के बीच नीतिगत मतभेद हैं.

अमेरिका-फर्स्ट को मानने वाले
इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह और ट्रंप 'अमेरिका-प्रथम को मानने वाले दो' उम्मीदवार हैं. रामास्वामी ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारे पास अपने साझा आदर्शों के आसपास इस देश को फिर से एकजुट करने का अवसर है. यह मुझे डोनाल्ड ट्रंप की तुलना में अमेरिका प्रथम के एजेंडे को और भी आगे ले जाने की अनुमति देगा, जो मुझे लगता है कि एक बहुत अच्छी नींव है जो उन्होंने रखी थी. इनपुट-एजेंसी

Read More
{}{}