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US News: राष्ट्रपति पद के चुनाव से बाइडेन या ट्रंप अचानक हट जाएं पीछे तो क्या होगा? फिर कैसे इलेक्ट होगा यूएस प्रेजिडेंट

US Presidential Election Process: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव से जो बाइडेन या डोनाल्ड ट्रंप अचानक पीछे हट जाएं तो क्या होगा. ऐसी स्थिति में वहां पर राष्ट्रपति पद का चुनाव कैसे करवाया जाता है.

US News: राष्ट्रपति पद के चुनाव से बाइडेन या ट्रंप अचानक हट जाएं पीछे तो क्या होगा? फिर कैसे इलेक्ट होगा यूएस प्रेजिडेंट
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Devinder Kumar|Updated: Jun 29, 2024, 12:16 AM IST

US President 2024 Election News in Hindi: अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में मौजूदा प्रेजिडेंट जो बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की फिर टक्कर होने की संभावना है. अमेरिकी चुनाव परंपरा के तहत शुक्रवार को दोनों के बीच पहली बार टेलिविजन पर लाइव बहस हुई. इस चुनाव में जो बाइडेन खोए- खोए से और याद्दाश्त की कमी की सामना करते नजर आ रहे. वहीं ट्रंप ने अपने उग्र स्वभाव पर काबू पाते हुए खुद को शांत बनाए रखा. इसके साथ ही बाइडेन समर्थकों में यह चिंता पैदा हो गई है कि क्या वे वाकई राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने के लिए फिट हैं और अगर नहीं तो आगे क्या होगा. 

दोनों प्रमुख उम्मीदवार संकट में 

अमेरिकी राजनीति के एक्सपर्टों के मुताबिक जो बाइडेन के साथ ही डोनाल्ड ट्रंप भी मुश्किल में फंसे हुए हैं. पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स हश मनी मामले में उन्हें अगले महीने सजा सुनाए जाने की संभावना है. अगर ऐसा होता है तो राष्ट्रपति बनने की उनकी राह मुश्किल हो जाएगी और संभव है कि रिपब्लिक पार्टी को उनकी जगह कोई ओर प्रत्याशी मैदान में उतारना पड़े. इसी तरह डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए भी बाइडेन की खराब सेहत को देखते हुए दूसरा उम्मीदवार उतारने पर मजबूर होना पड़ सकता है. 

ऐसे हालात में चुनावों से ऐन पहले अगर कोई उम्मीदवार इलेक्शन लड़ने के अयोग्य हो जाए तो अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव पर इसका क्या असर पड़ता है. आज हम इस बारे में आपको विस्तार से बताते हैं. उससे पहले ये जान लीजिए कि मौजूद वक्त में ट्रंप और बाइडेन दोनों अपनी- अपनी पार्टियों के संभावित उम्मीदवार हैं. अगले कुछ महीनों में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन और डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन होगा, जिसमें इन दोनों के उम्मीदवार बनने की आधिकारिक पुष्टि की जाएगी. 

अमेरिका में मतपत्रों से होती है वोटिंग

अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में वोटिंग ईवीएम के बजाय मतपत्रों से होती है. ऐसे में दोनों प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों की घोषणा होते ही उनके नाम के मतपत्रों की छपाई का काम भी शुरू हो जाता है. ऐसे में अगर कोई राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार दौड़ से हट जाता है तो वह दल अपनी नेशनल कमेटी की इमरजेंसी बैठक बुलाता है. 

वर्तमान में डेमोक्रेट पार्टी के अध्यक्ष जैम हैरिसन और रिपब्लिकन पार्टी के रोना मैकडैनियल हैं. किसी भी वजह से ऐन चुनाव से पहले अपनी पार्टी का उम्मीदवार हटने की स्थिति में ये अपनी-अपनी पार्टी की नेशनल कमेटी की बैठक बुलाएंगे. इस मीटिंग में सभी राज्यों और क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी प्रतिनिधियों को बुलाया जाता है. 

सबसे ज्यादा वोट पाने वाला बनता है उम्मीदवार

यह आपात बैठक अक्सर वाशिंगटन, डी.सी. में होती है. इस बैठक में नए उम्मीदवार राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी बनने के लिए बहस करते हैं. उस बहस के बाद पार्टी प्रतिनिधियों के बीच वोटिंग होती है. जिस नेता को सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं, वह पार्टी की ओर से उम्मीदवार घोषित कर दिया जाता है. 

हालांकि तब विकट स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जब इलेक्शन से महज दो-चार दिन पहले ही किसी वजह से उम्मीदवार दुनिया में न रहे या वह चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हो जाए. ऐसी स्थिति में कुछ नहीं हो पाता और उसी को उम्मीदवार मानकर चुनाव होता है हालांकि रिजल्ट घोषित होने के बाद उसे कानून के तरह रद्द मानकर दोबारा से चुनाव की प्रक्रिया अपनाई जाती है. 

दोनों पार्टियों से इन नामों की भी चर्चा

अब डेमोक्रेटिक पार्टी की बात करते हैं. अगर जो बाइडेन की गिरती सेहत को देखते हुए पार्टी अपने नेशनल कन्वेंशन में उनकी उम्मीदवार पर मुहर नहीं लगाती है तो फिर मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस इस दौड़ में आगे हो सकती हैं. एक सीनेटर के रूप में उनका अनुभव, पहली महिला, अश्वेत और दक्षिण एशियाई उपराष्ट्रपति, ये कुछ ऐसे गुण हैं, जो उन्हें राष्ट्रपति पद के लिए बेहतरीन प्रत्याशी बना देती हैं. 

वहीं रिपब्लिकन पार्टी की बात करें तो ट्रंप के सपोर्टर और फ्लोरिडा के रॉन डेसेंटिस, संयुक्त राष्ट्र की पूर्व राजदूत निक्की हेली और पूर्व उपराष्ट्रपति रहे माइक पेंस इस दौड़ में आगे नजर आते हैं. अगर ट्रंप को सजा होती है और उनकी रिपब्लिकन पार्टी उन्हें उम्मीदवार बनाने से इनकार कर देती है तो इनमें से किसी एक नेता की लॉटरी लग सकती है. 

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