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वैज्ञानिकों का दावा, ‘नया खोजा गया सुपरनोवा बन सकता है एलियंस के साथ संवाद का जरिया

Contact With Aliens: यह सुपरनोवा पृथ्वी से  21 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है. वैज्ञानिकों का नवीनतम सिद्धांत इस धारणा से उपजा है कि कम से कम 100 सुपरनोवा पृथ्वी से 300 प्रकाश वर्ष दूर हैं 

वैज्ञानिकों का दावा, ‘नया खोजा गया सुपरनोवा बन सकता है एलियंस के साथ संवाद का जरिया
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Zee News Desk|Updated: Jun 14, 2023, 08:16 AM IST

Space News: नवीनतम अध्ययन में, वैज्ञानिकों ने सुझाव दिया है कि एक नया खोजा गया सुपरनोवा, जो पृथ्वी से 21 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है, एलियंस के साथ बातचीत का जरिया बन सकता है. वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के खगोलविदों की टीम ने एसएन 2023ixf पर अपनी साइट्स स्थापित की हैं, जो कि पिनव्हील आकाशगंगा में स्थित है. सुपरनोवा निकटतम तारकीय विस्फोट है जो एक दशक में मानव आंखों द्वारा देखा गया है.

वैज्ञानिकों का नवीनतम सिद्धांत इस धारणा से उपजा है कि कम से कम 100 सुपरनोवा पृथ्वी से 300 प्रकाश वर्ष दूर हैं और अब वे जांच कर रहे हैं कि क्या आबाद ग्रह उनके आसपास ही हैं.

दूसरी दुनिया के लोग कर सकते हैं सुपरनोवा का इस्तेमाल
यदि सुपरनोवा को एक्स्ट्राटेरेस्ट्रियल (Extraterrestrial) द्वारा देखा जाता है, तो इन विदेशी सभ्यताओं द्वारा अन्य ग्रहों के साथ संचार करने के लिए ध्यान आकर्षित करने वाले के रूप में इसका इस्तेमाल किए जाने की संभावना है.

गोज़ो में राष्ट्रीय खगोलीय वेधशाला ने SN 2023ixf का पता लगाया. जिसके बाद शोधकर्ताओं ने यह पता लगाया कि यह एक टाइप II सुपरनोवा था जो हमारे सूर्य के आकार से आठ गुना बड़ा तारा है.

जेम्स डेवनपोर्ट की अध्यक्षता वाली टीम ने अंडे के आकार के स्पेस जोन के इस शोध को करने के लिए 'सेटी एलिपसॉइड' का इस्तेमाल किया है. इस रिसर्च में जोन के पास पास के 100 सितारों को शामिल करने का मौका है. एलन टेलीस्कोप ऐरे (एटीए) का उपयोग उत्तरी कैरोलिना में खगोलविदों और वर्जीनिया में रॉबर्ट सी बर्ड ग्रीन बैंक टेलीस्कोप द्वारा सितारों का अध्ययन करने और यह समझने के लिए किया जा रहा है कि रहने योग्य ग्रह उन्हें घेरते हैं या नहीं.

arXiv में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है, ‘हम अगले कुछ महीनों के लिए महीने में एक बार एलिपोसिड पर फिर से जाने का इरादा रखते हैं क्योंकि नए सितारे सैंपल में प्रवेश करते हैं.’

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