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Russia Ukraine War: क्या रूसी क्षेत्र में यूक्रेन ने दागी अमेरिकी मिसाइल, आखिर क्यों उठा ये सवाल?

Ukraine-US Relations: हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइेडन ने यूक्रेन को खारकीव के आसपास रूसी क्षेत्र में अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल सीमित हमला करने के लिए दी थी.

Russia Ukraine War: क्या रूसी क्षेत्र में यूक्रेन ने दागी अमेरिकी मिसाइल, आखिर क्यों उठा ये सवाल?
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Manish Kumar.1|Updated: Jun 04, 2024, 10:55 AM IST

Ukraine War:  यूक्रेनी सेना ने सोमवार को दावा किया कि उन्होंने रूसी क्षेत्र के अंदर एस-300 मिसाइल प्रणाली को सफलतापूर्वक मार गिराया है. कीव ने कहा कि उसने यह हमला पश्चिमी देशों से मिले हथियारों का इस्तेमाल कर किया है.

यूक्रेनी सरकार की डिप्टी पीएम मंत्री इरीना वेरेशचुक ने फेसबुक पर एक हमले की कथित तस्वीर के करते हुए लिखा, 'यह खूबसूरती से जलता है. यह रूसी एस-300 है. रूसी क्षेत्र में. दुश्मन के क्षेत्र में पश्चिमी हथियारों का उपयोग करने की अनुमति के बाद पहला दिन.'

बाइडेन का बड़ा फैसला
बता दें हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइेडन ने यूक्रेन को खारकीव के आसपास रूसी क्षेत्र में अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल सीमित हमला करने के लिए दी थी. सीमित हमले करने की अनुमति दिए जाने के कुछ ही दिनों बाद हुई है. वहीं कई यूरोपीय देशों ने हथियारों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटा दिए थे.

सीएनएन के मुताबिक यह साफ नहीं है कि वीरेशचुक जिस हमले का जिक्र कर रही है तो उसमें हथियार अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल हुआ या नहीं.

जेलेंस्की ने की बाइडेन की तारीफ
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की ने रूसी क्षेत्र में सीमित हमलों की अनुमति देने के बाइडेन के फैसले की तारीफ की थी. उन्होंने इसे एक 'आगे का कदम' बताया है, जिससे उनकी सेनाओं को संकटग्रस्त खारकीव क्षेत्र की रक्षा करने में मदद मिलेगी.

एक्सपर्ट्स ने उठाए सवाल 
हालांकि कई एक्सपर्ट्स ने इस बात पर सवाल उठाए हैं कि नई छूट रूसी सेना के मुकाबले पीछे हटते यूक्रेन की क्षमता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा पाएंगी. यह सवाल उठाने के पीछे वजह यह है कि अमेरिका यूक्रेन को रूस पर सबसे अधिक शक्तिशाली हथियार का उपयोग करने की अनुमति नहीं देने पर अड़ा हुआ है. यह एटीएसीएमएस नामक लंबी दूरी की मिसाइलें, जो 300 किलोमीटर (लगभग 200 मील) दूर स्थित टारगेट्स को भेद सकती हैं.

इसके बजाय, यूक्रेन केवल छोटी दूरी की मिसाइलों का उपयोग कर सकता है, जिन्हें GMLRS के नाम से जाना जाता है, जिनकी मारक क्षमता लगभग 70 किलोमीटर (लगभग 40 मील) है.

ऐसा नहीं है कि यूक्रेन ने पहली बार पश्चिम हथियारों का इस्तेमाल किया है. सीएनएन के मुताबिक यूक्रेन ने अक्सर क्रीमिया को निशाना बनाया है, जिस पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था. इन हमलों ने कीव ने ब्रिटेन द्वारा प्रदान की गई 'स्टॉर्म शैडो' मिसाइलों का इस्तेमाल किया है.

(File photo, courtesy: Reuters)

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