Hindi News >>दुनिया
Advertisement

FAB-1500 Bomb: हवा में तैरते हुए जाता है और बूम! 15 मीटर का गड्ढा... वो बम जिससे यूक्रेन को तबाह कर रहा रूस

Russian FAB-1500 Bomb News: रूसी सेनाओं ने सोवियत युग के हथियार को ग्लाइडिंग बम में बदल दिया है. डेढ़ टन वजनी फैब-1500 बम में गाइडेंस सिस्टम लगा है. यह अपने पंखों के सहारे हवा में तैरते हुए जहां गिरता है, वहां 15 मीटर चौड़ा गड्ढा कर सकता है.

FAB-1500 Bomb: हवा में तैरते हुए जाता है और बूम! 15 मीटर का गड्ढा... वो बम जिससे यूक्रेन को तबाह कर रहा रूस
Stop
Deepak Verma|Updated: Mar 11, 2024, 11:30 AM IST

Russia Ukraine War News in Hindi: रूस ने यूक्रेन में तबाही मचाने के लिए बेहद ताकतवर ग्लाइड बम का इस्तेमाल शुरू किया है. FAB-1500 नाम का यह बम डेढ़ टन वजनी है. आधे से ज्‍यादा वजन विस्फोटकों का है. रूसी सेना ने सोवियत युग के हथियार को ही ग्लाइडिंग बम FAB-1500 में तब्दील किया है. यह बम जहां गिरता है, वहां 15 मीटर चौड़ा क्रेटर पैदा कर सकता है. FAB-1500 का इस्तेमाल कर रूस ने यूक्रेन की हालत खराब कर रखी है. युद्ध क्षेत्र से आ रहे ताजा वीडियो दिखाते हैं कि यह बम कितना खतरनाक है. रूस ने इनके जरिए थर्मल पावर प्‍लांट्स, फैक्‍ट्रीज और टावर ब्‍लॉक्‍स को जमींदोज कर दिया है. रूसी मिलिट्री ब्‍लॉगर्स ने पिछले हफ्ते FAB-1500 के हमलों के वीडियो जारी किए हैं. ये बम बहुमंजिला इमारत को एक बार में ही मलबे का ढेर बना देते हैं.

रूस ने पिछले साल ग्लाइड बम तैनात किए थे. FAB-1500 को सोवियत युग के 'डम्ब बमों' (अनगाइडेड) में सबसे ताकतवर माना जाता है. रूसी सेना इसे मॉस्को के पास एक प्‍लांट में कन्वर्ट कर रही है.

ग्लाइड बम क्‍या होते हैं?

परंपरागत बमों में पॉप-आउट विंग्‍स और गाइडेंस सिस्टम लगा देने से वह ग्लाइड बम बन जाता है. यह एक तरह के 'स्मार्ट' बम होते हैं. मिसाइलों और ड्रोन्‍स की तुलना में इन्‍हें मार गिराना बड़ा मुश्किल हो जाता है क्योंकि ये बेहद कम वक्त के लिए हवा में रहते हैं.

FAB-1500 बम की खासियत

FAB-1500 को लड़ाकू विमान से दागा जाता है. इसे लक्ष्य से करीब 60-70 किलोमीटर दूर रिलीज किया जाता है. गाइडेंस सिस्टम की मदद से यह अपने लक्ष्य की ओर बढ़ता है. इसी बीच, बम से विंग्‍स (पंख) निकल आते हैं जो इसे टारगेट तक ग्‍लाइड (फिसलते हुए) करते हुए ले जाते हैं.

दहशत में यूक्रेन की सेना

रूसी सेना FAB-1500 को इतनी दूर से ड्रॉप कर रही है कि यूक्रेन के एयर डिफेंस सिस्‍टम की रेंज से बाहर है. CNN ने डोनेट्स्क में तैनात यूक्रेनी सेना के एक सैनिक के हवाले से लिखा कि पहले रूस केवल आर्टिलरी शेलिंग करता था. लेकिन अब उन्होंने FAB-1500 जैसे एयरफोर्स एसेट्स का यूज शुरू किया है. उस सैनिक ने कहा, 'वे FAB-1500 का इस्तेमाल क्यों कर रहे हैं? क्योंकि इससे होने वाला नुकसान बहुत गंभीर है. यदि आप बच भी जाते हैं, तो चोट लगने की गारंटी है. यह सैनिकों के मनोबल पर बहुत दबाव डालता है. हमारे सभी लोग इसका सामना नहीं कर सकते. वे अब तक FAB-500 के आदी हो चुके हैं, लेकिन FAB-1500 नरक है!'

{}{}