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Canada में खालिस्तानियों के साथ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने की मीटिंग, भारत के खिलाफ बनाया खतरनाक प्लान

कनाडा में खालिस्तान आंदोलन को हवा देने पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI ने अपनी हरकतें शुरू कर दी हैं. खुफिया सूत्रों के हवाले से खबर है कि ISI के कनाडा में मौजूद एजेंट्स ने वहां खालिस्तानी ग्रुप के साथ सीक्रेट मीटिंग की.

Canada में खालिस्तानियों के साथ पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI ने की मीटिंग, भारत के खिलाफ बनाया खतरनाक प्लान
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Manish Shukla|Updated: Sep 21, 2023, 10:31 AM IST

कनाडा में खालिस्तान आंदोलन को हवा देने पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI ने अपनी हरकतें शुरू कर दी हैं. खुफिया सूत्रों के हवाले से खबर है कि ISI के कनाडा में मौजूद एजेंट्स ने वहां खालिस्तानी ग्रुप के साथ सीक्रेट मीटिंग की. इस बैठक में एंटी- इंडिया प्रोपेगैंडा को ज्यादा से ज़्यादा फैलाने को लेकर प्लान तैयार हुआ.

सूत्रों के मुताबिक कनाडा में ISI ‘प्लान- K’ के तहत खालिस्तान गतिविधियों को तेज करने के लिए फंडिंग कर रही है.  

खालिस्तानीयों की हो रही बड़ी फंडिंग
पिछले कुछ महीनों में कनाडा में रह रहे खालिस्तानियों की बड़ी फंडिंग हुई है. फंडिंग का इस्तेमाल लोगों को प्रदर्शन की जगह ले जाने, पोस्टर, बैनर और भारत के खिलाफ युवाओं को भड़काने के लिए किया जा रहा है.

जानकारी के मुताबिक इस वक्त कनाडा में 20 से ज्यादा खालिस्तानी और गैंगस्टर छुए हुए हैं. जिसको लेकर NIA और देश की दूसरी एजेंसियों ने कई बार कनाडा को MLATs(MUTUAL LEGAL ASSISTANCE TREATIES) भेजा पर कनाडा की जांच एजेंसीयों ने कोई जवाब नहीं दिया.

कनाडा-भारत के संबंधों में खालिस्तान के मुद्दे की वजह से आया तनाव
उत्तरी अमेरिकी देश में खालिस्तानी समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर पिछले कुछ महीनों से भारत-कनाडा संबंधों में तनाव दिखा है. भारत का मानना है कि ट्रूडो सरकार उसकी वास्तविक चिंताओं का समाधान नहीं कर रही है.

जस्टिन ट्र्डो ने लगाए आरोपों को भारत ने किया खारिज
दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव तब शिखर पर पहुंच गया जब कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया कि भारत सरकार के एजेंटों और जून में खालिस्तान समर्थक आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच एक 'संभावित संबंध' है. भारत ने मंगलवार को आरोपों को “बेतुका” और “प्रेरित” कहकर खारिज कर दिया. इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के बदले में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया था.

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