Hindi News >>पाकिस्तान-चीन
Advertisement

Pakistan: कंगाल पाकिस्तान के आगे IMF ने रखा शर्तों का पुलिंदा, अवाम का निकलेगा दम, शहबाज को झूठ बोलने से फुर्सत नहीं

Pakistan IMF Loan News: एक और बार कर्ज मांगने से पहले ये पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम का सबसे लेटेस्ट पैंतरा है. जिन्ना के सपनों का मुल्क पाकिस्तान, जहां के एयरपोर्ट और बंदरगाह ड्रैगन के पास गिरवी है. IMF और वर्ल्ड बैंक के कर्जे पर अर्थव्यवस्था टिकी है. 

Pakistan: कंगाल पाकिस्तान के आगे IMF ने रखा शर्तों का पुलिंदा, अवाम का निकलेगा दम, शहबाज को झूठ बोलने से फुर्सत नहीं
Stop
Rachit Kumar|Updated: Jun 16, 2024, 08:49 PM IST

Pakistan IMF Bailout Package: दूसरे देशों से कर्ज मांगने का आदी हो चुके पाकिस्तान ने अब कर्ज लेने का एक नया तरीका ढूंढ निकाला है. पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने अपने मुल्क से अब तक का सबसे बड़ा मजाक किया है. बजट से ठीक पहले शहबाज शरीफ टेलीविजन पर आए और पाकिस्तान की दयनीय स्थिति का ठीकरा भ्रष्टाचार पर फोड़ दिया. इतना ही नहीं IMF से कर्ज को लेकर शहबाज ने जो कहा, उससे 25 करोड़ पाकिस्तानियों की हंसी नहीं रुक रही है.

तो एक और बार कर्ज मांगने से पहले ये पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम का सबसे लेटेस्ट पैंतरा है. जिन्ना के सपनों का मुल्क पाकिस्तान, जहां के एयरपोर्ट और बंदरगाह ड्रैगन के पास गिरवी है. IMF और वर्ल्ड बैंक के कर्जे पर अर्थव्यवस्था टिकी है. आवाम के पास खाने को अनाज नहीं है. आटा और पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही हैं. वहां के वजीर-ए-आजम शेखी बघार रहे हैं. कह रहे हैं अब IMF से कर्ज की जरूरत नहीं पड़ेगी.

पाकिस्तानी अवाम के साथ सबसे बड़ा मजाक

शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा मजाक कर दिया है. पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय कर्जे से मुक्ति दिलाने का संकल्प लिया है. कहा है कि अब बेलआउट पैकेज का आखिरी समझौता होगा.

पाकिस्तान की अवाम ये सुनकर और ज्यादा हैरान है. बात यहीं खत्म नहीं होती है. जिन्ना के मुल्कवासियों को इससे भी बड़ा झटका तब लगा. जब शहबाज से कहा- कि दूसरे देश जाकर वो कर्ज नहीं बल्कि निवेश मांगते हैं.

पाकिस्तान की आर्थिक हालात किसी से छिपी नहीं है. सोशल मीडिया पर लोग शहबाज का मजाक उड़ा रहे हैं. कटोरे वाली तस्वीर शेयर कर रहे हैं.

आईएमएफ के आगे गिड़गिड़ाया पाक

एक तरफ शहबाज कर्जे से मुक्ति की बात कर रहे हैं. दूसरी तरफ IMF से एक और बेलआउट पैकेज की रिक्वेस्ट डाल चुके हैं. एक बैलआउट पैकेज के लिए पाकिस्तान 24 से 25 बार IMF से संपर्क कर चुका है और दूसरी तरफ पाकिस्तान के पीएम टेलीवीजन पर आकर अपनी अवाम को झूठी तसल्ली दे रहे हैं.

सबसे हैरानी की बात है कि शहबाज शरीफ ऐसा करने के लिए कोई प्लान या ब्लू प्रिंट नहीं बता रहे हैं. बल्कि उम्मीद पर अर्थव्यवस्था उबरने का दिलासा दे रहे हैं. जो शहबाज आखिरी बेलआउट पैकेज का हवाला दे रहे हैं. उन्हीं शहबाज की सरकार ने हाल ही में सरकार कंपनियों की नीलामी का ऐलान किया था. पाकिस्तान में एक-एक कर सरकार की संपत्तियां बेची जा रही है. गधे के भरोसे देश की इकोनॉमी चल रही है और शहबाज शरीफ अपनी अवाम को लगातार गुमराह कर रहे हैं.

IMF ने रखा शर्तों का पुलिंदा

शहबाज शरीफ कह रहे हैं कि अब IMF से कर्ज की जरूरत नहीं पड़ेगी, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक...IMF ने पाकिस्तान के बजट के लिए कई शर्ते रखी है.

  • पाकिस्तान के बारे में आईएमएफ की रिपोर्ट के अनुसार, आईएमएफ चाहता है कि पाकिस्तान कठोर आर्थिक और मौद्रिक नीतियों का पालन करे. ऊर्जा के क्षेत्र में समय पर टैरिफ एडजस्टमेंट करे यानी उसकी दर बढ़ाए.

  • अगर बजट IMF की शर्तों पर बढ़ता है तो पाकिस्तान की आवाम के लिए आर्थिक परेशानियां बढ़ेंगी. 

  • आईएमएफ़ की शर्तों के तहत जनरल सेल्स टैक्स की दर में इजाफा हो सकता है जिसका मतलब है कि चीज़ें अधिक महंगी होंगी.

  • एनर्जी सेक्टर में बिजली व गैस के बिल बढ़ जाएंगे 

  • पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में विकास दर पिछले दो वित्तीय वर्षों में बहुत कम रही

  • पिछले वित्तीय वर्ष में पाकिस्तान की जीडीपी की दर 0.29 फीसदी रिकॉर्ड की गई थी जो उससे एक साल पहले 6.8 फ़ीसद थी.

  • पाकिस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ़ डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स के अनुसार देश की एक तिहाई आबादी गरीबी रेखा से नीचे है.

{}{}