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Pakistan में अहमदिया समुदाय के लिए ईद मनाना भी मुश्किल, जानवरों की कुर्बानी देने के आरोप में 36 गिरफ्तार

Ahmadiyya Community in Pakistan: अहमदिया खुद को मुसलमान मानते हैं, लेकिन 1974 में पाकिस्तान की संसद ने इस समुदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया था. अहमदियों पर तरह की धार्मिक पाबंदियां लगा हुआ है. 

Pakistan में अहमदिया समुदाय के लिए ईद मनाना भी मुश्किल, जानवरों की कुर्बानी देने के आरोप में 36 गिरफ्तार
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Manish Kumar.1|Updated: Jun 19, 2024, 10:57 AM IST

Persecution of Ahmadiyya Community in Pakistan:  पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के कम से कम कई सदस्यों को ईद-उल-अजहा पर जानवरों की कुर्बानी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. समुदाय के एक नेता ने मंगलवार को यह जानकारी दी. बता दें अहमदिया समुदाय को देश में गैर-मुस्लिम घोषित किया गया है, जिसके मद्देनजर उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई.

देश में अल्पसंख्यक समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान ने अधिकारियों द्वारा ईद के दौरान अहमदिया लोगों को उनके घरों के भीतर धार्मिक अनुष्ठान करने से रोकने पर कड़ा विरोध जताया.

जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान के पदाधिकारी आमिर महमूद ने बताया कि समुदाय के कम से कम 36 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से अधिकतर पंजाब प्रांत से हैं.

टीएलपी पर लगाया गंभीर आरोप
महमूद ने कहा कि कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) अहमदिया समुदाय के खिलाफ नफरत फैला रही है और पुलिस पर दबाव डाल रही है कि वह अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को उनके धार्मिक अनुष्ठान करने से रोके.

'मानवाधिकारों का उल्लंघन है'
पदाधिकारी ने कहा, 'अहमदियों को चार दीवारों के भीतर अपने धार्मिक अनुष्ठान करने से रोकना उनके मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है और साथ ही यह पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय के निर्णयों का भी स्पष्ट उल्लंघन है.'

'पूरे देश में किया जा रहा परेशान'
महमूद ने कहा कि अहमदिया समुदाय को पूरे देश में, खासकर पंजाब में, न केवल चरमपंथियों द्वारा बल्कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों की तरफ से भी परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने न केवल अहमदिया समुदाय को हिरासत में लिया है, बल्कि उनके बलि के जानवरों को भी हिरासत में लिया है.

पदाधिकारी ने कहा कि कुछ जगहों पर अहमदिया लोगों पर सोमवार को ईद की नमाज अदा न करने का दबाव भी डाला गया.

पुलिस अहमदियों धमका रही है
महमूद ने कहा, ‘अहमदियों को उत्पीड़न और हिंसा से बचाने के बजाय, पुलिस अधिकारी विभिन्न पुलिस थानों में अहमदिया नेतृत्व को बुला रहे हैं और उन्हें धमका रहे हैं कि अगर कोई अहमदिया 'कुर्बानी' करते या ईद की नमाज़ अदा करते पाया गया, तो उन्हें टीएलपी से खतरा होगा..’

जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान ने ईद पर हिरासत में लिए गए अहमदियों की तत्काल रिहाई की मांग की है और अधिकारियों से उनकी धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने की अपील की.

पाकिस्तान में अहमदियों का दमन
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक, खास तौर पर अहमदिया, पाकिस्तान में बहुत असुरक्षित हैं. अक्सर धार्मिक चरमपंथी इस समुदाय को निशाना बनाते रहते हैं.

हालांकि अहमदिया खुद को मुसलमान मानते हैं, लेकिन 1974 में पाकिस्तान की संसद ने इस समुदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया था.

अमदियों पर लागू है कई नियम
एक दशक बाद, अहमदियों न केवल खुद को मुसलमान कहने पर प्रतिबंध लगा दिया गया, बल्कि इस्लाम के कुछ पहलुओं का पालन करने से भी रोक दिया गया.

इनमें किसी भी ऐसे प्रतीक का निर्माण या प्रदर्शन करना शामिल है जो उन्हें मुस्लिम के रूप में पहचान देता हो, जैसे मस्जिदों पर मीनारें या गुंबद बनाना, या कुरान की आयतों को सार्वजनिक रूप से लिखना.

 

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