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Pakistan Election : पाकिस्तान में आम चुनाव से पहले भड़की चुनावी हिंसा, एक की मौत तीन घायल

Pak Election Karachi Violence : पाकिस्तान में आठ फरवरी को आम चुनावों से पहले देश के सबसे बड़े शहर कराची में हिंसक झड़पें हुईं है. बताया जा रहा है, इस दौरान एक कार्यकर्ता की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए.  

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KIRTIKA TYAGI|Updated: Jan 29, 2024, 07:55 PM IST

Pakistan Election : पाकिस्तान में आठ फरवरी को होने वाले आम चुनावों से पहले देश के सबसे बड़े शहर कराची में तनाव बढ़ रहा है. राष्ट्रीय और प्रांतीय विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे को पटखनी देने में जुटे दलों के बीच पहले ही कई बार झड़प हो चुकी हैं. ऐसे में सोमवार ( 29 जनवरी) को नाजिमानाड में हिंसक झड़पें हुईं है. झड़प के दौरान पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के कार्यकर्ताओं के साथ हुई गोलीबारी में मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट (MQM पाकिस्तान) के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई और तीन अन्य लोग घायल हो गए.

 

एक दिन पहले रविवार ( 28 जनवरी ) को क्लिफ्टन इलाके में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी की एक चुनावी रैली के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. आंसू गैस के गोले दागे और कार्यकर्ताओं को जबरन तितर-बितर कर दिया था. 

 

 इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 25 लोग घायल हो गये थे. दक्षिणी प्रांत सिंध विशेष रूप से पाकिस्तान के आर्थिक केंद्र कराची में सियासी माहौल गर्म है और सभी दल एक दूसरे से जमकर प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.

 

कराची पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) का गढ़ माना जाता है. राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार, सिंध और कराची में PPP के स्थायी प्रभाव के बावजूद, मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य बदलने की संभावना है.

 

पीपीपी, एमक्यूएम-पी, पीटीआई, जमात-ए-इस्लामी और कुछ निर्दलीय उम्मीदवार कराची में प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) का शहर में सीमित प्रभाव है, और वह अन्य प्रांतों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है. इस चुनाव में पीएमएल-एन की जीत की संभावना जताई जा रही है.

 

राजनीतिक कार्यक्रमों के लिए प्रमुख स्थान क्लिफ्टन के तीन तलवार में रविवार को हुई घटना के दौरान पुलिस ने दावा किया है, कि पीटीआई ने रेड जोन में कार्यक्रम आयोजित करने के लिए पूर्व अनुमति नहीं ली थी. हालांकि, पार्टी ने कहा कि उसे प्रचार करने के उसके संवैधानिक अधिकार से वंचित किया जा रहा है.

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