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Kuwait fire: बाहर निकलने का नहीं था रास्ता, दम घुटने से जिंदा जले 40 भारतीय, चश्मदीद ने सुनाई भयानक दास्तां

Kuwait Building Fire: कुवैत से दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है,  कुवैत के दक्षिणी शहर मंगाफ में एक इमारत में आग लग गई है, इस घटना में 41 लोगों की मौत हो गई. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है. 

Kuwait fire: बाहर निकलने का नहीं था रास्ता, दम घुटने से जिंदा जले 40 भारतीय, चश्मदीद ने सुनाई भयानक दास्तां
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krishna pandey |Updated: Jun 12, 2024, 08:00 PM IST

Kuwait Fire: कुवैत के मंगफ इलाके में लगी भीषण आग में अब तक 41 मजदूरों की मौत हो गई. जिनमें कई भारतीय भी शामिल हैं. मीडिया रिपोर्ट की मुताबिक, इस भीषण आग में 40 से ज़्यादा भारतीय मारे गए हैं. आग छह मंजिला इमारत की रसोई में लगी थी, जिसमें 196 कर्मचारी रहते थे. इसी बीच अरब टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अल-मंगफ इमारत में लगी भीषण आग के दौरान चश्मदीदों ने तबाही की भयावह दास्तां, अराजकता की जानकारी दी है.:-

जान बचाने के लिए इमारत से कूदे, गिरकर मौत
चश्मदीदों का कहना है कि इमारत में आग की लपटें इतनी तेज थी कि कोई भी पास जाने से डर रहा था, इमारत के दरार से धुआं उठता देख चारों तरफ भय और खौफ था. चारों तरफ चीख-पुकार मची थी, एक चश्मदीद ने बहुत ही दर्दनाक पल का जिक्र करते हुए बताया कि इमारत में रहने वाला एक कर्मचारी आग से बचने के लिए हताश होकर पांचवीं मंजिल से कूद गया, और बालकनी के किनारे से टकराकर जमीन पर गिरते ही मर गया.

सोते हुए लोगों की हुई मौत
यह घटना सुबह की थी तो अधिकतर लोग सो ही रहे थे, इमारत में कई लोगों को पता ही नहीं चल पाया कि आग लगी है, जब नींद खुली तो पूरे इमारत में धुआं भरा था, जिसमें वह सब फंस गए और सांस ही नहीं ले पाए, दम घुटने से कई लोग जिंदा ही मर गए.

इमारत में नीचे आने के बंद थे रास्ते
दमकलकर्मियों ने घटनास्थल पर तेजी से आग को काबू पाने के लिए कोशिश की, इसकी वजह से और लोगों की जान बच गई, वरना और लोगों की जान चली जाती. इमारत में फंसे कई लोग दमकलकर्मियों के मार्गदर्शन का पालन करके और इमारत की छत पर पहुंच गए, जिससे  दम घुटने वाले धुएं से बच गए. 

प्रत्यक्षदर्शियों ने मरने की सबसे बड़ी वजह इमारत के अंदर जमीन पर आने के लिए कोई रास्ता ही नहीं था. जो रास्ते थे वह बंद थे, जिसकी वजह से लोगों के दम घुट गए. अंदर के लोग बाहर निकल ही नहीं पाए. और मर गए.

कुवैत के मंत्री ने नगरपालिका अधिकारियों को निलंबित किया
कुवैत टाइम्स के मुताबिक, लोक निर्माण मंत्री और नगरपालिका मंत्री डॉ. नूरा अल-मशान ने मंगाफ इलाके में एक इमारत में लगी आग की जांच लंबित रहने तक अल-अहमदी नगरपालिका शाखा के प्रशासकों को बुधवार को निलंबित कर दिया है.

कुवैत समाचार एजेंसी (KUNA) को दिए गए एक बयान में डॉ. अल-मशान ने पुष्टि की कि उन्होंने नगरपालिका को मामले की पूरी जांच करने का निर्देश दिया है. अपनी ओर से कुवैत नगरपालिका के महानिदेशक सऊद अल-दब्बूस ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की, उन्होंने पुष्टि की कि आग के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू की गई है.

‌इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश
कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार,  कुवैत के उप प्रधानमंत्री शेख फहाद अल-यूसुफ अल-सबाह ने घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने इमारत के मालिक को गिरफ्तार करने का आदेश दिया. शेख फहाद के पास आंतरिक और रक्षा मंत्रालय भी है, उनका कहना है "दुर्भाग्य से रियल एस्टेट मालिकों का लालच ही इस तरह की घटनाओं को जन्म देता है".

अधिकारियों के बयान
अधिकारियों ने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है और वे इसकी वजह की जांच कर रहे हैं. एक वरिष्ठ पुलिस कमांडर ने स्टेट टीवी को बताया, "जिस भवन में आग लगी थी, उसका इस्तेमाल श्रमिकों के रहने के लिए किया जाता था और वहां बड़ी संख्या में श्रमिक थे. दर्जनों लोगों को बचा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्य से आग से निकलने वाले धुएं के कारण कई लोगों की मौत हो गई."

इमारत में रहते थे 200 मजदूर
कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, छह मंज़िला इमारत के बाहरी हिस्से पर कालिख लगी हुई दिख रही है, जिसमें 196 मज़दूर रहते थे. तेल से समृद्ध कुवैत में बड़ी संख्या में विदेशी कामगार हैं, जिनमें से कई दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया से हैं और ज़्यादातर निर्माण या सेवा उद्योगों में काम करते हैं. जनरल फायर डिपार्टमेंट के एक सूत्र के अनुसार, ग्राउंड फ्लोर पर आग लगने के बाद पीड़ितों की मौत बढ़ते धुएं से हुई. ओवैहान ने बताया कि फोरेंसिक टीमें घटनास्थल पर काम कर रही हैं और अब तक तीन शवों की पहचान कर ली गई है.

पीएम मोदी ने जताया दुख
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत की इस घटना पर दुख जताया है, पीएम मोदी ने अपने एक्स पर लिखा ''कुवैत शहर में आग लगने की घटना दुखद है. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि जो भी लोग घायल हुए हैं, वह जल्द ठीक हो जाएं, कुवैत में भारतीय दूतावास स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए है. प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. पीड़ितों की हरसंभव मदद में की जाएगी.''

जानें कब लगी थी आग?
यह घटना स्थानीय समयानुसार सुबह 6 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 9 बजे के आसपास) हुई. 

आग लगने का देखें वीडियो:- 

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जताया दुख, सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, "कुवैत शहर में आग लगने की घटना की खबर से गहरा सदमा लगा है. कथित तौर पर 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 50 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हमारे राजदूत शिविर में गए हैं. हम आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं."

कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है और कहा है कि आग दुर्घटना में कुछ भारतीय मजदूर भी शामिल हैं, दूतावास उन सबके लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है. वहां के स्थानीय मीडिया ने बताया कि इमारत में मलयालम लोगों की बड़ी आबादी रहती है. हालांकि, अधिकारियों की ओर से आधिकारिक पुष्टि अभी भी बाकी है.

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