US Presidential Election News: ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश की साजिशों में शामिल होने के आरोपों को खारिज कर दिया. मध्य पूर्व में अमेरिका के कट्टर दुश्मन देश ईरान ने कहा कि वह डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश करने की साजिश या जानलेवा हमले की साजिश में शामिल नहीं था.
ट्रंप की हत्या की साजिश के आरोपों को ईरान ने खारिज किया
ईरान की सरकारी आईआरएनए समाचार एजेंसी ने बुधवार को बताया कि ईरान ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश के आरोपों को खारिज कर दिया है. जबकि अमेरिकी ड्रोन द्वारा 2020 में एक सम्मानित जनरल की हत्या के लिए कानूनी कार्रवाई का हवाला दिया है. आईआरएनए ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी के हवाले से कहा कि ईरान "डोनाल्ड ट्रंप पर हाल ही में हुए सशस्त्र हमले में किसी भी संलिप्तता या ऐसी कार्रवाई के लिए ईरान के इरादे के दावों को मजबूती से खारिज करता है."
जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के मामले में कानूनी कार्रवाई
रिपोर्ट के मुताबिक, नासिर कनानी ने आगे कहा, "इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान शहीद जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के अपराध में उनकी प्रत्यक्ष भूमिका के लिए ट्रंप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है." कासिम सुलेमानी ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के कुद्स फोर्स के कमांडर थे और जनवरी 2020 में बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे.
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत अमीर सईद इरावानी का इनकार
दो अमेरिकी अधिकारियों ने मंगलवार को कहा था कि ईरान से डोनाल्ड ट्रंप के जीवन पर खतरे के कारण शनिवार की प्रचार अभियान रैली से पहले के दिनों में अतिरिक्त सुरक्षा की गई, लेकिन इसका रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पर हत्या के प्रयास से कोई संबंध नहीं था. इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत अमीर सईद इरावानी ने मंगलवार को ही तेहरान के खिलाफ आरोपों को "निराधार" और "राजनीति से प्रेरित" बताकर खारिज कर दिया था.
पेनसिल्वेनिया के बटलर शहर में डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमला
अमेरिका में पेनसिल्वेनिया के बटलर शहर में चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान शनिवार को डोनाल्ड ट्रंप पर गोली चलाई गई थी. कान के पास गोली लगने से ट्रंप घायल हो गए. ट्रंप की सुरक्षा में लगे सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने हमलावर को मार गिराया और हालात पर काबू किया था. इसके तीन दिन बाद सीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले से पहले अमेरिका प्रशासन को ईरान के डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रचने में शामिल होने की खुफिया जानकारी मिली थी. इसके बाद ट्रंप की सुरक्षा भी बढ़ाई गई थी.
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फिलहाल नहीं मिला है कोई सबूत, फिर नहीं थम रहा ईरान पर शक
फिलहाल, ट्रंप पर गोली चलाने वाले 20 साल के युवक मैथ्यू क्रूक्स के पीछे ईरान की साजिश से जुड़ा कोई सबूत नहीं मिला है. वहीं, हमलावर के ट्रंप के करीब तक पहुंचने में कामयाब होने और गोलीबारी ने पेंसिल्वेनिया पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों पर कई सवाल खड़े कर दिए. हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी कैंपेन टीम ने यह खुलासा नहीं किया है कि उन्हें कोई इनपुट दिया गया था या नहीं. हालांकि, उन्हें खुले में कोई भी बड़ी सभा न करने की सलाह दी गई थी. टीम ने कहा, हम ट्रंप की सुरक्षा पॉलिसी पर टिप्पणी नहीं करते हैं. इससे जुड़े सवाल यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस से किए जाने चाहिए.
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