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Interesting: इस देश में एक साथ खाया जाता है ब्रेकफास्ट और डिनर, आखिर कैसे है ये मुमकिन?

Interesting Facts About Russia: इस देश के बारे में कहा जाता है कि यहां सुबह और रात एक साथ होती है. करीब ढ़ाई महीने तक ऐसा माहौल देखने को मिलता है.

Interesting: इस देश में एक साथ खाया जाता है ब्रेकफास्ट और डिनर, आखिर कैसे है ये मुमकिन?
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Shwetank Ratnamber|Updated: Sep 16, 2023, 11:58 AM IST

Half Day And Half Night in russia: 'एक ही टाइम में सुबह का नाश्ता और रात का डिनर' ये पढ़कर आपको लग रहा होगा कि भला ये कैसे हो सकता है? लेकिन हैरान होने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये कोई कल्पना या कहानी नहीं बल्कि सच है. दरअसल दुनिया में रूस ही अकेला ऐसा देश है, जहां सुबह और रात साथ होती है. यहां पर कोई व्‍यक्ति सुबह की चाय के साथ नाश्ता कर रहा होता है, तो दूसरी जगह किसी का रात का डिनर होने वाला होता है. चलिए जानते हैं ये कैसे मुमकिन होता है?

चमत्कार नहीं विज्ञान

इस सवाल का जवाब जानने से पहले ये समझ लीजिए कि ये कोई मिथक नहीं बल्कि कुदरत का वो करिश्मा है जिसे विज्ञान भी मानता है. ऐसे में आप भी जानकर हैरान हो जाएंगे कि ये चमत्कार कैसे होता है.

'वर्ल्ड एटलस' की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में कई देश हैं. जहां पर कई-कई टाइम जोन होते हैं. भारत में अधिकांश लोगों को आईएसटी (IST) यानी भारत का स्थानीय समय और ग्रीनविच मीन टाइम यानी (GMT) के बारे में पता होगा. लेकिन रूस में एक दो नहीं बल्कि 11 टाइम जोन हैं. इस वजह से रूस के एक हिस्से के लोग सुबह 6 बजे उठकर चाय-कॉफी पी रहे होते हैं, तो दूसरी तरफ के रूसी लोग रात का डिनर कर रहे होते हैं.

यह अजूबा एक या दो दिन नहीं, बल्कि करीब 76 दिन तक चलता है. मई से लेकर जुलाई के बीच करीब ढाई महीने तक रूस में ऐसा प्राकतिक घटनाक्रम चलता है. इसी वजह से रूस को 'कंट्री ऑफ मिडनाइट सन' भी कहते हैं.

Amazing And Interesting Facts Of Russia-रूस के रोचक तथ्य

क्षेत्रफल के हिसाब से रूस दुनिया का सबसे बड़ा देश है. शराब के शौकीनों को भी शायद इस बारे में जानकारी नहीं होगी कि रूस को ही वोदका का जनक कहा जाता है. सबसे पहले रूस में ही वोदका का इस्तेमाल किया गया था. रूस में कभी पुरुषों से ज्यादा आबादी महिलाओं की थी. एक समय यहां हर 100 औरतों की तुलना में 86 पुरुष थे. इसकी वजह ये बताई जाती है कि दूसरे विश्व युद्ध में रूस के लाखों पुरुष सैनिकों को जान गंवानी पड़ी थी. इससे अधिक उम्र की महिलाओं की संख्या बढ़ गई थी. इस कारण महिला और पुरुष अनुपात बदल गया. हालांकि धीरे-धीरे सुधार हुआ और सेक्स रेश्यो बदलकर 100 महिलाओं पर 106 पुरुष हो गया. एक समय यहां के लोग दाढ़ी नहीं रखते थे, क्योंकि ऐसा करने पर बैन था और पकड़े जाने पर सजा के रूप में टैक्स भरना पड़ता था.

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