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Bangladesh Protests: 'बाहर निकलने से बचे भारतीय छात्र', बांग्लादेश में आरक्षण पर जारी गदर पर भारत ने जारी की एडवाइजरी

Bangladesh Students Protests News: बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में जारी हिंसा लगातार फैलती जा रही है. आंदोलनकारी स्टूडेंट्स जहां हिंसक हो रहे हैं, वहीं पुलिस भी गोली मारने से परहेज नहीं कर रही है.

Bangladesh Protests: 'बाहर निकलने से बचे भारतीय छात्र', बांग्लादेश में आरक्षण पर जारी गदर पर भारत ने जारी की एडवाइजरी
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Devinder Kumar|Updated: Jul 18, 2024, 07:21 PM IST

Bangladesh Students Protests Updates: हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश के तमाम हिस्सों में सेना- पुलिस और छात्रों के बीच संग्राम छिड़ा हुआ है. बांग्लादेश के छात्र शेख हसीना सरकार के आरक्षण समर्थन से इस कदर नाराज हैं कि उन्होंने प्रशासन की तमाम गाड़ियों और जगहों पर आग लगा दी और तोड़फोड़ की. दूसरी तरफ पुलिस भी छात्रों को गोलियां मारने में भी नहीं हिचक रही है. हिंसक प्रदर्शन के चलते बांग्लादेश में अबतक 6 लोगों की मौत हो चुकी है औऱ बड़े पैमाने पर लोग घायल हैं. इंटरनेट सेवाएं बंद हैं तो तमाम जगहों पर कर्फ्यू जैसे हालात हैं. आखिर ये सब क्यों हो रहा है, इस बारे में हम आपको विस्तार से बताते हैं. 

बांग्लादेश में बने हिंसा के हालात

बांग्लादेश में पिछले कुछ दिनों से हिंसा के हालात बने हुए हैं. बांग्लादेश आज ऐसे उबल रहा है, जिसके बारे में किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी. छात्र बेकाबू होकर हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्र ऐसे भडके हुए हैं कि यहां जो भी फंस गया. उसका बुरा हाल हो सकता है. बांग्लादेश की यूनिवर्सिटीज में शेख हसीना के आर्मी के टैंक घूम रहे हैं. आर्मी हेलिकॉप्टर से गश्त चल रही है और सभी बड़े शहरों में फौज घूम रही है. जहां पहले सिर्फ छात्र नजर आते थे वहां अब सेना और पुलिस दोनों नजर आ रही है. 

इस उपद्रव आगजनी में अब तक 4 छात्रों समेत 6 लोगों की मौत हो चुकी है तो कम से 500 लोग घायल हुए हैं. बुधवार को कल हिंसक प्रदर्शन के बाद से बांग्लादेश के तमाम शहरों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. देश में सभी शिक्षण संस्थानों को अनिश्चितकाल तक बंद करने का आदेश दे दिया है. 

क्यों भड़के हुए हैं बांग्लादेशी छात्र?

हर तरफ एक ही मांग के साथ छात्र आक्रोशित हैं कि सरकारी नौकरियों में वॉर हीरोज के बच्चों के लिए दिए जाने वाले आरक्षण को खत्म किया जाए. लेकिन सरकार उसके लिए तैयार नहीं दिख रही है. नतीजा इस तरह से सामने आया है. ये कैसे रुकेगा और कब रुकेगा, फिलहाल कहना मुश्किल है. 

अब आपको ये समझना चाहिए कि आखिर ये पूरा मामला क्या है. क्यों आखिर बांग्लादेश के तमाम हिस्से इस समय धधक रहे हैं और क्यों छात्र और पुलिस में संग्राम छिड़ा है तो इसके पीछे है वॉर हीरोज के परिवारों को दिया जाने वाला आरक्षण. छात्र उसी का विरोध कर रहे हैं. जिन्हें सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया जाता है. ये 1971 के वॉर हीरोज के परिवार हैं जिन्हें सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी आरक्षण दिया जाता रहा है उसी का छात्र विरोध कर रहे हैं. 

आरक्षण पर मचा हुआ गदर

वर्ष 2018 में सैनिक परिवारों को दिया जाने वाला आरक्षण रोका गया था लेकिन 1 महीने पहले ही बांग्लादेश HC ने आरक्षण पर रोक हटाई थी. उस पर बांग्लादेश SC ने 1 हफ्ते पहले ही दोबारा रोक लगाई थी लेकिन शेख हसीना की पार्टी ने SC के आदेश को नकार दिया था. SC के उस आदेश को नकारने पर छात्र भड़क गए और उसके बाद से देश में हिंसा का दौर जारी है. 

भारत ने जारी की एडवाइजरी

उधर बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में हिंसक आंदोलन को देखते हुए भारतीय उच्चायोग ने अर्जेंट एडवाइजरी जारी कर बांग्लादेश में रह रहे भारतीय नागरिकों और स्टूडेंट्स को सजग रहने को कहा है. उच्चायोग ने कहा कि बांग्लादेश में रह रहे लोग बिना जरूरत के बाहर निकलने से परहेज करें और अपने मूवमेंट को मिनीमाइज कर दें. जिससे वे किसी तरह के हिंसक चक्र में फंसने से बच सकें. 

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