trendingNow11663165
Hindi News >>दुनिया
Advertisement

चीन से मुकाबले में भारत का साथ जरूरी! एक्सपर्ट ने कहा- PAK की परवाह किए बिना US करे ये काम

US India Relations: वाशिंगटन एग्जामिनर के एक लेख में कहा गया, ‘जबकि अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम ऑस्ट्रेलिया की रक्षा को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं, भारत में एक छोटा निवेश युद्ध की स्थिति में अधिक फायदा दे सकता है.‘

चीन से मुकाबले में भारत का साथ जरूरी! एक्सपर्ट ने कहा- PAK की परवाह किए बिना US करे ये काम
Stop
Zee News Desk|Updated: Apr 22, 2023, 11:07 AM IST

India China Relations: राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तहत, चीन अधिक सैन्यवादी, आक्रामक और शत्रुतापूर्ण हो गया है,  लेकिन भारत चीन का मुकाबला करने में महत्वपूर्ण साबित होगा. अमेेरिकी मीडिया आउटलेट वाशिंगटन एग्जामिनर के लेख में ऐसा कहा गया. माइकल रुबिन ने अपने लेख में कहा, ‘चीन की सीमा वाले 14 देशों में से (21 यदि समुद्री सीमाएं शामिल की जाए ), भारत एकमात्र ऐसा देश है जो सैन्य रूप से अपनी पकड़ रखता है.’

भारत दो अन्य कारणों से चीन के खिलाफ सबसे महत्वपूर्ण गढ़ है. सबसे पहले, यह अब दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है. शंघाई एकेडमी ऑफ सोशल साइंस के अनुसार, सदी के अंत तक,  चीन की आबादी अब की तुलना में केवल 42 प्रतिशत होगी.

जनसंख्या का पढ़ता है ये असर
रुबिन ने कहा कि जनसांख्यिकीविदों का मानना है कि भारत की जनसंख्या 2047 में चरम पर होगी, लेकिन फिर 2100 में चीन की आबादी से दोगुनी होगी.  इस जनसांख्यिकीय वास्तविकता का सेना के मनोबल और क्षमताओं पर तत्काल प्रभाव पड़ता है. हर चीनी सैनिक एक अकेला बच्चा है जबकि एक भारतीय सैनिक के औसतन तीन भाई या बहनें हैं.

चीन के खिलाफ भारत के महत्व के दूसरा कारण की अक्सर खुली चर्चा में जिक्र नहीं होता है. ताइवानी और यहां तक कि ऑस्ट्रेलियाई भाग्य संदिग्ध है. ताइवान के सूचना युद्ध विशेषज्ञों ने नोट किया है कि कैसे चीन ने टिकटॉक और वीचैट का लाभ उठाया ताकि एक पूरी पीढ़ी को प्रभावित करने के लिए विशिष्ट प्रचार को निर्देशित किया जा सके. वाशिंगटन एक्जामिनर ने बताया कि युवा ताइवानी या तो परवाह नहीं करते हैं या प्रोत्साहन के जाल में फंस जाते हैं.

रुबिन ने कहा, ‘इसलिए, जबकि अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम ऑस्ट्रेलिया की रक्षा को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं, भारत में एक छोटा निवेश युद्ध की स्थिति में अधिक फायदा दे सकता है.‘

पाकिस्तान की परवाह न करे अमेरिका
रुबिन ने कहा, ‘यदि व्हाइट हाउस चीन का मुकाबला करने के लिए गंभीर है, तो पाकिस्तान के कोलाहल की परवाह किए बिना भारत को F-35 संयुक्त स्ट्राइक फाइटर कार्यक्रम में शामिल करने का समय आ गया है.‘

(इनपुट - एजेंसी)

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले ताज़ा ख़बर अभी पढ़ें सिर्फ़ Zee News Hindi पर| आज की ताजा ख़बर, लाइव न्यूज अपडेट, सबसे ज़्यादा पढ़ी जाने वाली सबसे भरोसेमंद हिंदी न्यूज़ वेबसाइट Zee News हिंदी|

Read More
{}{}