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India-Maldives Relations: हो गया समाधान! भारतीय सैनिकों की तैनाती के मुद्दे पर भारत और मालदीव के बीच समझौता

Indian Soldiers in Maldives: भारत के करीब 80 सैनिक मालदीव में हैं, जो मुख्य रूप से दो हेलीकाप्टर और एक विमान का संचालन करने के लिए हैं. हाल  ही में चुने गए राष्ट्रपति मोहम्मद मोइज्जु भारतीय सैनिकों को वापस भारत भेजने के समर्थक हैं. 

India-Maldives Relations: हो गया समाधान! भारतीय सैनिकों की तैनाती के मुद्दे पर भारत और मालदीव के बीच समझौता
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Manish Kumar.1|Updated: Feb 03, 2024, 08:53 AM IST

India-Maldives: नई दिल्ली और माले के बीच मालदीव में तैनात भारतीय सैनिकों के मुद्दे पर सहमति बन गई है. मालदीव के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत इस द्वीपीय देश में तीन एविएशन प्लेटफॉर्म में तैनात अपने सैन्यकर्मियों को बदलेगा. इस प्रक्रिया का पहला चरण 10 मार्च तक पूरा किया जाएगा. बता दें पिछले महीने, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत से 15 मार्च तक मालदीव से अपने सभी सैनिकों को वापस बुलाने को कहा था.

मालदीव के विदेश मंत्रालय का यह बयान इस विवादास्पद मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच एक उच्च-स्तरीय बैठक के कुछ घंटे बाद आया. दोनों देशों के कोर समूह की बैठक दिल्ली में हुई, जिसमें मुख्य रूप से मालदीव से भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने के विषय पर चर्चा हुई.

10 मई तक पूरी होगी प्रक्रिया
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि भारत सरकार 10 मार्च तक तीन एविएशन प्लेटफार्म में से एक में सैन्यकर्मियों को बदल देगी और 10 मई तक अन्य दो प्लेटफार्म में सैन्यकर्मियों को बदलने का काम पूरा कर लेगी.’’

अपने बयान में, विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष मालदीव के लोगों को मानवीय सहायता एवं मेडिकल बचाव सेवाएं मुहैया करने वाले भारतीय एविएशन प्लेटफॉर्म का ऑपरेशन जारी रखने के लिए कुछ परस्पर स्वीकार्य समाधान पर सहमत हुए हैं.

माले में आयोजित होगी अगली बैठक
इसमें कहा गया कि उच्च-स्तरीय कोर समूह की अगली बैठक पारस्परिक रूप से एक सुविधाजनक तारीख को माले में आयोजित करने पर सहमति बनी. बता दें कोर समूह की पहली बैठक 14 जनवरी को हुई थी.

अभी भारत के करीब 80 सैनिक मालदीव में हैं, जो मुख्य रूप से दो हेलीकाप्टर और एक विमान का संचालन करने के लिए हैं. इनके जरिए सैकड़ों मेडिकल बचाव और मानवीय सहायता मिशन को पूरा किया गया है.

दोनों देशों के रिश्तें में आया तनाव
मुइज्जू के पिछले साल नवंबर में सत्ता में आने के बाद से दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आ गया. कार्यभार संभालने के बाद, व्यापक रूप से चीन समर्थक नेता माने जाने वाले मुइज्जू ने कहा कि वह भारतीय सैन्यकर्मियों को देश से बाहर निकाल कर अपने चुनावी वादे को पूरा करेंगे.

मुइज्जू (45) ने पिछले साल सितंबर में हुए राष्ट्रपति चुनावों में भारत समर्थक इब्राहिम मोहम्मद सोलिह को हरा दिया था.

मुइज्जू ने 17 नवंबर को मालदीव के नये राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. इसके बाद, उन्होंने भारत को 15 मार्च तक अपने सैन्यकर्मियों को उनके देश से वापस बुलाने कहा था.

मालदीव, हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख समुद्री पड़ोसी है.

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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