Israel Palestine War: इजरायल-फिलिस्तीन युद्ध के बीच अब हमास ने बंधकों को छोड़ना शुरू किया है. हमास ने सोमवार शाम दो इजरायली बुजुर्ग महिलाओं को रिहा कर दिया है. इन महिलाओं को 7 अक्टूबर को हमास ने बंधक बना लिया था. हमास ने दोनों महिलाओं के रिहाई के पीछे मानवीय कारण बताया. हमास का कहना है कि दोनों महिलाओं की उम्र 80 और 85 साल है और दोनों खराब स्वास्थ्य से पीड़ित हैं. इसी बीच महिलाओं ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि वे नरक से होकर गुजरी है.
दो सप्ताह के बाद रिहा
दरअसल, 85 वर्षीय योचेवेद लिफ्सचिट्ज नाम की महिला को दो सप्ताह के बाद रिहा किया गया है. उनका कहना है कि उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे वे किसी नरक के अनुभव से गुज़री हों. उन्होंने बताया कि जब उन्हें 7 अक्टूबर को हमास ने बंधक बनाया था, तो उनके साथ बुरा व्यवहार किया गया था. हालांकि, बाद में उनके साथ अच्छा व्यवहार किया गया. लिफ्सचिट्ज और उनके पति को हमास के बंदूकधारियों ने मोटरसाइकिल से अपहरण कर लिया था. उन्हें एक गैर-सरकारी संगठन के कार्यालय से ले जाया गया था.
केवल कुछ ही कपड़े..
लिफ्सचिट्ज ने कहा कि उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था और उन्हें अपने परिवार से मिलने नहीं दिया गया था. उन्हें केवल एक छोटा कमरा दिया गया था और उन्हें केवल कुछ ही कपड़े दिए गए थे. लिफ्सचिट्ज ने कहा कि उन्हें डर था कि उन्हें कभी रिहा नहीं किया जाएगा. लेकिन अंततः, उन्हें 19 अक्टूबर को रिहा कर दिया गया. लिफ्सचिट्ज ने कहा कि वे अब अपने परिवार के साथ समय बिताने और अपनी पिछली जिंदगी में लौटने के लिए उत्सुक हैं.
भूमिगत गुफाओं में ले गए
लिफशिट्ज ने कहा कि गाजा पहुंचने पर हमास के लड़ाकों ने उन्हें भूमिगत गुफाओं में ले गए. उन्होंने कहा कि ये गुफाएं मकड़ी के जालों की तरह जटिल और आपस में जुड़ी हुई थीं. उन्होंने कहा कि हमास ने गाजा में एक विशाल भूमिगत गुफा प्रणाली का निर्माण किया है. उन्होंने बताया कि मैंने एक बुरे सपने से गुजरने जैसा महसूस किया. मैंने सोचा था कि मैं कभी बाहर नहीं निकल पाऊंगी, लेकिन हमास के लड़ाकों ने बाद में हमारे साथ अच्छा व्यवहार किया और हमारी सभी जरूरतें पूरी कीं.
220 नागरिक हमास की कैद
इसी बीच इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमास अभी करीब 50 और बंधकों को रिहा कर सकता है. मिस्र और रेड क्रॉस अंतरराष्ट्रीय समिति इसके प्रयास में जुटे हैं. इजरायल का दावा है कि अभी कम से कम 220 नागरिक हमास की कैद में है. फिलहाल हमास ने इन दोनों बुजुर्ग महिलाओं की रिहाई के पीछे मानवीय कारण बताया है. इससे पहले हमास अमेरिकी महिला जूडिथ और उसकी बेटी नताली रानान को रिहा कर चुका है.